RPSC का 4 लाख 70 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ा ऐलान जानें क्या हुआ है
RPSC का 4 लाख 70 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ा ऐलान जानें क्या हुआ है
Ajmer News : आरपीएससी ने सर्दी के मौसम को देखते हुए वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को जूते और गर्म कपड़े पहनकर परीक्षा देने की इजाजत दे दी है. परीक्षा का आयोजन 28 से 31 दिसंबर तक होगा. आयोग के इस फैसले से करीब पौने पांच लाख अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी.
अशोक सिंह भाटी.
अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को बड़ी राहत दी है. सर्दी के मौसम को देखते हुए इस परीक्षा में शामिल होने वाले लाखों अभ्यर्थी अब जूते और गर्म कपड़े पहनकर परीक्षा दे सकेंगे. परीक्षा दो दिन बाद 28 से 31 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी. इसमें प्रदेशभर के 4 लाख 70 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे. राजस्थान में पेपर लीक की घटनाओं के बाद परीक्षाओं में केंद्र के बाहर ही अभ्यर्थियों से जूते उतरवा लिए जाते हैं. टीशर्ट पहनकर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जाता है. लेकिन इस बार सर्दी के कारण इस नियम में बदलाव किया गया है.
आरपीएससी ने सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह बड़ा निर्णय लिया है. आरपीएससी के मुताबिक परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए अन्य सुरक्षा प्रबंध कड़े रहेंगे. परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पहले पूरी चेकिंग की जाएगी और अनुचित साधनों के उपयोग पर सख्ती से रोक रहेगी. अभ्यर्थियों ने आयोग के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि सर्दी के मौसम में इस तरह का फैसला राहत देने वाला है.
कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही परीक्षा केन्द्र में एंट्री दी जाएगी
आयोग ने सभी अभ्यर्थियों से समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचने और नियमों का पालन करने की अपील की है. अभ्यर्थियों को परीक्षा से 1 घंटे पहले परीक्षा केन्द्र पर उपस्थिति देने को कहा गया है. अभ्यर्थियों को कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही परीक्षा केन्द्र में एंट्री दी जाएगी. अन्य किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी. परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहेगा. आरपीएससी ने परीक्षा को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली है.
ड्रेस कोड को लेकर सख्ती अपनाई जा रही है
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पेपर लीक की बार-बार घटनाएं होने के बाद ड्रेस कोड को लेकर सख्ती अपनाई जा रही है. अब किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में फुल बाजू का शर्ट या कुर्ते पहनने की इजाजत नहीं है. वहीं महिलाओं को कोई भी जूलरी पहनकर पेपर देने की इजाजत नहीं है. यहां तक कि सुहाग की निशानी चूड़ियां भी परीक्षा केन्द्र में प्रवेश से पहले निकलवा ली जाती है. ऐसे माहौल में आरपीएससी का यह फैसला बड़ा राहत देने वाला माना जा रहा है.
Tags: Big news, Job and career, Job and growth, Rpsc, Sarkari NaukriFIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 14:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed