सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले की तैयारी में योगी सरकार जानें हर डिटेल

Kumbh Mela 2025 News: प्रयागराज में संगम की धरती पर जनवरी 2025 में विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले का आयोजन होने जा रहा है. गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी पर लगने वाले महाकुंभ को लेकर प्रदेश की योगी सरकार महा तैयारियों में जुटी है. 13 जनवरी 2025 से आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारियां तेज हो गई हैं.

सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले की तैयारी में योगी सरकार जानें हर डिटेल
प्रयागराज. योगी सरकार 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को पॉलीथीन फ्री और ग्रीन कुंभ के तौर पर पेश करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए जहां महाकुंभ में पॉलिथीन को प्रतिबंधित किए जाने की तैयारी है. वहीं तीन लाख पौधे भी लगाए जा रहे हैं. इन पौधों को सरकार संरक्षित भी करेगी. 13 जनवरी 2025 से आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर योगी सरकार महा तैयारियों में जुटी है. महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के मुताबिक मेले को लेकर स्थाई और मेला क्षेत्र के अस्थाई दो तरह के कार्य होते हैं. उनके मुताबिक बारिश का पानी उतरने के बाद जहां अक्टूबर महीने से मेला क्षेत्र के अस्थाई कार्य शुरू हो जाएंगे. वहीं महाकुंभ से जुड़े स्थाई कार्यों को लेकर अब तक चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में गठित की गई एपेक्स कमेटी की 14 बैठकें हो चुकी हैं. जिसमें 5154 करोड़ की 327 परियोजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है. इसके साथ ही 1264 करोड़ की 75 विभागीय परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है. महाकुंभ से जुड़ी सभी लगभग 480 स्थाई और अस्थाई परियोजनाओं को 31 अक्टूबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. इन योजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार के 15 विभाग अंतर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं.महाकुंभ की योजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रबंधन तंत्र बनाया गया है. थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन भी कराया जा रहा है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा एक अत्याधुनिक लैब भी बनाई गई है. जिसमें हर स्तर पर टेस्टिंग होती है फाइनल बिल की ऑडिट होती है. योगी सरकार ने कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद पर जताया भरोसा इसके साथ ही ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से मॉनिटरिंग भी हो रही है. महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए योगी सरकार ने अनुभवी अधिकारियों की टीम लगाई है. 2019 में दिव्य और भव्य कुंभ आयोजित करा चुके कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद पर एक बार फिर से योगी सरकार ने भरोसा जताया है. इसके अलावा कुंभ मेले में ऐसे तमाम अधिकारियों को लगाया गया है,जिन्हें पहले माघ मेले और कुंभ के आयोजन में काम करने का पर्याप्त अनुभव है. बीते कुंभों से कहीं अधिक दिव्‍य और भव्‍य कुंभ की तैयारी प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ 2025 को 2019 में आयोजित दिव्य और भव्य कुंभ से भी बेहतर आयोजित करने की तैयारी कर रही है. महाकुंभ के बेहतर आयोजन के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा इसका क्षेत्रफल जहां बढ़ाया जा रहा है. वहीं मेले में अतिरिक्त सुविधाएं भी मुहैया कराए जाने की तैयारी है. महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के मुताबिक मेले का क्षेत्रफल 3200 हेक्टेयर से बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर कर दिया गया है. कुल 25 सेक्टर में मेला बसाया जाएगा. जबकि 1900 हेक्टेयर में छह पार्किंग बनाई जा रही है. जिसमें 5 लाख से ज्यादा वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी. स्नान घाटों को 8 किमी से बढ़ाकर 12 किमी किया जा रहा महाकुंभ के लिए 15 स्नान घाटों का निर्माण किया जा रहा है. लगभग 15 किलोमीटर का गंगा रिवर फ्रंट बनाया जा रहा है. महाकुंभ को ग्रीन और स्वच्छ बनाने के लिए 1 लाख 45 हजार टॉयलेट बनाए जाएंगे. स्नान घाटों की लंबाई बढ़ाई जा रही है. स्नान घाटों को 8 किलोमीटर से बढ़कर 12 किलोमीटर किया जा रहा है. घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है. आवागमन के लिए 488 किलोमीटर की चकर्ड प्लेटें बिछाई जाएंगी. 2019 के कुंभ में 45000 स्ट्रीट लाइटें लगी थी. इस बार 67000 स्ट्रीट लाइटें लगेंगी. ‌पहली बार कुंभ मेले में सोलर लाइट का प्रयोग किया जाएगा. महाकुंभ में सर्किट हाउस की संख्या 3 से बढ़कर 5 कर दी गई है. इसके साथ ही पांटून ब्रिजेज की संख्या भी 22 से बढ़ाकर 30 की जा रही है. 15 किलोमीटर का रिवर फ्रंट भी बनाया जा रहा महाकुंभ मेले में 25000 लोगों के लिए पब्लिकअकोमोडेशन,  मोटरबोट, चेंजिंग रूम, पूजा स्थल और फ्लोटिंग जेटी बनाई जाएगी. मेले में इस बार 10 डिजिटल खोया पाया केंद्र भी बनेंगे. पहली बार यमुना नदी के वीआईपी घाट पर पक्के घाट का निर्माण कराया जा रहा है. इसके साथ ही दशाश्वमेध घाट पर भी पक्का घाट बन रहा है. यातायात की समस्या को देखते हुए तेलियरगंज से संगम क्षेत्र तक 15 किलोमीटर का रिवर फ्रंट भी बनाया जा रहा है. इसके साथ ही वर्ष भर के घाटों पर जल का प्रवाह बना रहे इसके लिए ड्रेजिंग भी कराई गई है. इसके साथ ही महाकुंभ से जुड़ी अन्य परियोजनाओं में सड़कों और चौराहों का चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. कई फ्लाई ओवर भी बनाए जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का विस्तार भी प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का विस्तार भी किया जा रहा है. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए छह कारिडोर बनाए जा रहे हैं. अक्षय वट, पाताल पुरी, सरस्वती कूप, हनुमान मंदिर, श्रृंगवेरपुर धाम और भारद्वाज कॉरिडोर का भी निर्माण कराया जा रहा है. महाकुंभ की तैयारी में राज्य सरकार के 20 और केंद्र सरकार के चार विभाग तैयारियों में जुटे हुए हैं. कुंभ मेला अधिकारी के मुताबिक अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक मेले में सभी संस्थाओं को जमीन और सुविधाओं का आवंटन कर दिया जाएगा. इस बार खास तौर पर ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए जमीनों और सुविधाओं के आवंटन की तैयारी की गई है. महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त, दोना पत्तल और कुल्हड़ को बढ़ावा महाकुंभ में 100 हजार से ज्यादा संस्थाएं बसाई जाएंगी.श्रद्धालुओं के महाकुंभ में आने के लिए कोई दिक्कत ना हो इसके लिए ट्रेफिक एडवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है. एडीजी जोन की अध्यक्षता में गठित एडवाइजरी कमेटी लगातार काम कर रही है. महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए दोना पत्तल और कुल्हड़ को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिये अलग से जोन आवंटित किए जाएंगे. सप्लाई चेन बनाई जा रही है ताकि इनकी पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे. रेल, सड़क और हवाई यातायात को लेकर भी तैयारी महाकुंभ मेला अधिकारी के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक सुगमता से महाकुंभ मेले में आकर सुरक्षित वापस जा सके इसके लिए रेल, सड़क और हवाई यातायात को लेकर भी तैयारी की जा रही हैं. एयरपोर्ट पर जहां एक नया टर्मिनल बनाया जा रहा है. वहीं एयरपोर्ट से लेकर महाकुंभ मेले तक पहुंचने के लिए बनाई जा रही सड़क को विश्व स्तरीय स्मार्ट रोड बनाया जा रहा है. इस सड़क के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट और कुंभ कलश बनाए जाएंगे. इसके अलावा सड़क किनारे आकर्षक पेंटिंग की जाएगी. ताकि एयरपोर्ट से महाकुंभ मेले के अंदर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुखद अनुभूति का एहसास कराया जा सके. प्रयागराज के अंतर्गत आने वाले नौ रेलवे स्टेशनों पर भी बुनियादी सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है. महाकुंभ में पुलिसिंग बिल्कुल अलग तरह की होगी महाकुंभ मेले की सुरक्षा को लेकर भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. सीसीटीवी कैमरे से लेकर ड्रोन कैमरे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी प्रयोग किया जाएगा. महाकुंभ मेले में पहले से बनते आ रहे थानों चौकियों और फायर स्टेशनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक सुरक्षा के साथ ही साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए भी पुलिस कर्मियों को स्किल ट्रेनिंग भी दी जाएगी. उनके मुताबिक महाकुंभ में पुलिसिंग बिल्कुल अलग तरह की होती है. इसलिए पुलिसकर्मी महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करें और उनके साथ अच्छा व्यवहार करें उन्हें इसकी नसीहत भी दी जाएगी. ‌ क्राउड मैनेजमेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक कमिश्नर के मुताबिक महाकुंभ में आने वाली भीड़ को सुगमता स्नान के बाद वापस भेजने के लिए क्राउड मैनेजमेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि एआई तकनीक का भी प्रयोग किया जाएगा. उनके मुताबिक महाकुंभ में भारी संख्या में आने वाले वाहनों की पार्किंग और ट्रैफिक जाम की समस्या ना हो इसके लिए भी एआई तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा के मुताबिक महाकुंभ की सुरक्षा में कोई सेंध ना लगे इसके लिए पुलिस के साथ ही पीएसी, आर ए एफ और यूपी पुलिस की दूसरी एजेंसियां यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ को भी लगाया जाएगा. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी महाकुंभ में मुस्तैद इसके साथ ही किसी भी आपदा से निबटने में सक्षम एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी महाकुंभ में मुस्तैद रहेंगी. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक महाकुंभ में न केवल देश बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे. ऐसे में महाकुंभ मेले में केंद्रीय एजेंसियां भी सक्रिय रहेंगी. ताकि महाकुंभ का आयोजन सकुशल और सुरक्षित ढंग से संपन्न कराया जा सके. 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ  महाकुंभ संगम की धरती पर ना केवल विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन होगा. बल्कि इस महाकुंभ मेले से सनातन धर्म की आध्यात्मिक और संस्कृतिक विरासत को भी पूरी दुनिया को देखने का मौका मिलेगा. 2025 का महाकुंभ 13 जनवरी पौष पूर्णिया से लेकर 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान पर्व तक कुल 45 दिनों तक चलेगा. महाकुंभ में इस बार भी तीन शाही स्नान होंगे. पहला स्नान पर्व 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का होगा. जबकि 14/15 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला शाही स्नान होगा. वहीं 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का दूसरा शाही स्नान होगा. 3 फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा और आखिरी शाही स्नान होगा. जिसके बाद 5 फरवरी को अचला सप्तमी का स्नान पर्व होगा. जबकि 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ कल्पवास का समापन होगा. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान पर्व के साथ महाकुंभ मेले का समापन हो जाएगा. Tags: Allahabad news, Kumbh Mela, Prayagraj, Prayagraj Latest News, Prayagraj News, Prayagraj SangamFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 15:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed