विटामिन-आयरन से भरपूर है ये लकड़ी जैसे दिखने वाली चीज बीमारियों का है काल
विटामिन-आयरन से भरपूर है ये लकड़ी जैसे दिखने वाली चीज बीमारियों का है काल
हरड़ के चूर्ण को (पानी में मिलाकर) दिन में दो बार लेने से एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधियों के कारण कोशिका क्षति को कम करके प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है.
आशीष त्यागी/बागपत: हरड़ एक जड़ी बूटी है जिसके अनेक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य लाभ हैं. ये एक अद्भुत जड़ी बूटी है जो पेट संबंधी समस्याओं से लेकर बालों के झड़ने को नियंत्रित करने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में सहायक है. इसमें विटामिन सी, आयरन, मैंगनीज, सेलेनियम पाया जाता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर सुनीता सोनम धामा, खेकड़ा में निजी क्लिनिक चलती हैं और कई साल का अनुभव भी है वह बताती हैं कि हरड़ पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करता है. मल त्याग में सहायता करता है और पुरानी कब्ज की स्थिति में मल को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है. हरड़ के चूर्ण को (पानी में मिलाकर) दिन में दो बार लेने से एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधियों के कारण कोशिका क्षति को कम करके प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है.
हरड़ पेट की समस्याओं के लिए रामबाण
हरड़ के चूर्ण को नारियल के साथ मिलाकर लगाने से पेस्ट के रूप में तेल का उपयोग इसके कसैले गुण के कारण घावों को भरने के लिए किया जाता है. यह संक्रामक एजेंटों से लड़ने में भी मदद करता है और त्वचा के संक्रमण को रोकता है. हरड़ के अर्क को कुछ नेत्र रोगों के प्रबंधन के लिए पलकों पर भी लगाया जा सकता है क्योंकि यह तंत्रिका टॉनिक के रूप में काम करता है. कुछ मामलों में हरड़ का अधिक सेवन दस्त का कारण बन सकता है. इसके अलावा, अगर आपकी त्वचा अतिसंवेदनशील है तो हरड़ पेस्ट को नारियल तेल के साथ उपयोग करना उचित होगा.
कमजोर पाचन क्रिया में फायदेमंद हरड़ स्वस्थ आंतों के वातावरण के निर्माण और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाकर पाचन में सुधार करती है. हरड़ रेचन गुण के कारण अगर इसका पेस्ट बनाकर रात में लिया जाए तो कब्ज को नियंत्रित करने में मदद करती है. हरड़ अपने कफ को संतुलित करने वाले गुणके कारण खांसी और जुकाम को स्वाभाविक रूप से रोकने के लिए अच्छा है.
ये बरते सावधानी
गर्भावस्था के दौरान व स्तनपान के दौरान हरड़ लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
हरड़ का उपयोग कैसे करें
हरड़ चूर्ण को वसंत ऋतु में शहद के साथ लें. गर्मियों के मौसम में, हरड़ को गुड़ के साथ लें. मानसून के मौसम में, हरड़ को सेंधा नमक के साथ लें. शरद ऋतु के मौसम में, हरड़ को चीनी के साथ लें शुरुआती सर्दियों के मौसम में, हरड़ को अदरक के साथ लें. सर्दियों के मौसम में, हरड़ को पिप्पली के साथ लें.
Tags: Baghpat news, Health benefit, Health tips, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 07:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed