इस यूनिवर्सिटी में हुआ दीक्षांत समारोह जानें राज्यपाल ने क्या कहा
इस यूनिवर्सिटी में हुआ दीक्षांत समारोह जानें राज्यपाल ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुफ्त विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में 31,940 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी. इस अवसर पर राज्यपाल सह कुलाधिपति श्रीमती पटेल ने 19वें दीक्षान्त समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक आजमगढ़ की छात्रा आरती यादव को प्रदान किया. उन्होंने शिक्षा को रोजगार एवं कौशल से जोड़ने की सलाह दी.
प्रयागराज. शिक्षा को चाहरदीवारी से बाहर निकालकर आंगनबाड़ी केन्द्र तक पहुंचाना आज के युग की आवश्यकता है .महिलाओं को शिक्षित किया जाना इस देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अनिवार्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प तभी पूरा होगा जब महिलाएं शिक्षित होंगी. यह कथन उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल सह कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के हैं.
सात टॉपर्स को मिला स्वर्ण पदक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल सह कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने लोकल 18 के माध्यम से बताया कि युवा शक्ति के साथ-साथ बच्चों को भी विकास की धारा से जोड़ना अति आवश्यक है. उन्होंने शिक्षा को रोजगार एवं कौशल से जोड़ने की सलाह दी और सभी विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के द्वारा इंडस्ट्री से जुड़ने का महत्व बताया. इसके लिए विश्वविद्यालय अपने 12 क्षेत्रीय केन्द्रों के लिए प्रवेश का लक्ष्य निर्धारित करे और अध्ययन केंद्रों को भी छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाए. स्वर्ण पदक हासिल करने वाली आरती ने बीएससी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई है तथा समस्त विद्याशाखाओं की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ रहीं. विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्याशाखाओं के 07 टापर्स को दिए गए. राज्यपाल ने7 टापर्स को प्रदान विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक प्रदान किया.
भारतीय जीवन दृष्टि के अनुरूप होनी चाहिए शिक्षा
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था भारतीय सांस्कृतिक मूल्य और भारतीय जीवन दृष्टि के अनुरूप होनी चाहिए. तभी हम एक समावेशी भारत को मूर्त रूप दे सकेंगे. उन्होंने पदक विजेताओं एवं उपाधि प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों से कहा कि शोध के उन्नयन एवं विकास के लिए अधिक से अधिक शोध परियोजनाओं को चलाने के लिए शिक्षकों को आगे आना होगा. इसके साथ ही स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप शोध के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र तय करने होंगे.
Tags: Education, Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 11:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed