एक-दो नहीं 4 बार पास की UPSC की परीक्षा पहले थे इंजीनियर अब बने आईपीएस
एक-दो नहीं 4 बार पास की UPSC की परीक्षा पहले थे इंजीनियर अब बने आईपीएस
अमृत जैन ने यूपीएससी 2018, 2019, 2020 और 2021 दिया. साल 2018 में उनका नाम रिजर्व लिस्ट में था. इसके बाद उनका सेलेक्शन इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विसेज में हुआ. जबकि साल 2019 में 321 रैंक, 2020 में 96 और 2021 में 179 रैंक हासिल की.
वसीम अहमद /अलीगढ़. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्ष पास करना कई लोगों के लिए एक सपना होता है. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इसे एक से अधिक बार क्रैक कर चुके हैं. ऐसी ही एक शख्सियत हैं आईपीएस अमृत जैन. जिन्होंने यह परीक्षा एक या दो बार नहीं, बल्कि लगातार चार बार पास की. अभी वह यूपी के ज़िला अलीगढ़ मे एएसपी पद पर कार्यकृत अधिकारी हैं. आइए जानते हैं उनकी इस जर्नी के बारे में.
आपको बता दें कि आईपीएस अमृत जैन राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं. उन्होनें एनआईटी वारंगल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और चेक टेक्निकल यूनिवर्सिटी से हायर स्टडी करके हैदराबाद में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब शुरू की. सब कुछ अच्छा चल रहा था. इसी दौरान उनकी इच्छा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने की हुई. जिसके बाद अमृत जैन ने अथक प्रयास के बाद यूपीएससी की सिविल परीक्षा दी और उसे पास भी की इसके बाद आज अलीगढ़ ASP के पद पर तैनात हैं.
अमृत जैन का सफर
बेहद सामान्य परिवार से आने वाले अमृत जैन ने साल 2016 में बिना किसी तैयारी के पहली बार यूपीएससी एग्जाम दिया. अमित बताते हैं कि वह ओवर कॉन्फीडेंट थे. उन्हें लगता था कि मल्टिपल चॉइस क्वेश्चन ही तो पूछे जाते हैं. जाहिर है कि इस अप्रोच के साथ असफलता तो हाथ लगनी ही थी.
फिर शुरू की असली तैयारी
इसके बाद साल 2017 में पूरी तैयारी के एग्जाम दिया. हालांकि इस बार महज एक अंक से प्रीलिम्स में नहीं हुआ.उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं की थी. जब महज एक नंबर से प्रीलिम्स में फेल हुए तो उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी. उन्होंने स्टैटिक पोर्शन के लिए कई सोर्स से कंसल्ट करना शुरू किया. यह अनयूजुअल है लेकिन मेरे लिए काम किया. इसके अलावा 1 से 1.5 घंटे की समय सीमा में 140 मॉक टेस्ट दिए.उनका कहना है कि खूब मॉक टेस्ट देने से एग्जाम के समय काफी मदद मिली. इसकी वजह से एग्जाम के दौरान वह कम से कम तीन बार प्रश्नों को पढ़ा. एग्जाम के दौरान शांत और संयमित था. इसलिए परीक्षा में अच्छी तरह परफॉर्म कर पाया. अमित ने यूपीएससी में ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर पॉलिटिकल साइंस रखा था.
नॉनस्टॉप कामयाबी
अमृत जैन ने यूपीएससी 2018, 2019, 2020 और 2021 दिया. साल 2018 में उनका नाम रिजर्व लिस्ट में था. इसके बाद उनका सेलेक्शन इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विसेज में हुआ. जबकि साल 2019 में 321 रैंक, 2020 में 96 और 2021 में 179 रैंक हासिल की. उन्होंने चार बार यूपीएससी पास किया लेकिन आईएएस नहीं मिल सका. जो कि उनका सपना था. इसके बारे में अमृत कहते हैं कि उन्हें इस बात का अफसोस नहीं है. यूपीएससी की तैयारी करने वाले हर किसी का सपना आईएएस बनना होता है. लेकिन हर कोई नहीं बन पाता. लेकिन प्रत्येक व्यक्ति को अपने लक्ष्य की ओर निरंतर मेहनत करते रहना चाहिए एक न एक दिन उसकी कामयाबी जरूर हासिल होती है.
Tags: IAS, Local18, UPSCFIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 16:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed