बच्‍ची का हुआ अपहरण AATS संग खोजती रहीं KM थाना पुलिस तभी आई खबर कि

घर के बाहर खेल रही आठ साल की बच्‍ची का दिनदहाड़े अपहरण हो गया. बच्‍ची की तलाश में दक्षिण दिल्‍ली की कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस, एएटीएस और स्‍पेशल स्‍टाफ ने लगभग जमीन आसमान एक कर दिया. लेकिन तभी एक खबर आई कि ... पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें आगे...  

बच्‍ची का हुआ अपहरण AATS संग खोजती रहीं KM थाना पुलिस तभी आई खबर कि
Delhi Police: यह वारदात दक्षिण दिल्‍ली के कोटला मुबारकपुर इलाके की है. सोमवार दोपहर करीब तीन बजे करीब आठ वर्षीय बच्‍ची के अपहरण की सूचना कोटला मुबारकपुर पुलिस स्‍टेशन को पीसीआर कॉल के जरिए मिलती है. सूचना मिलते ही कोटला मुबारकपुर थाने की एक टीम मौके पर पहुंचती है, जहां पुलिस कर्मियों की मुलाकात अपहृत बच्‍ची के पिता से होती है. वह पुलिस को बताते हैं कि उनकी आठ वर्षीय बेटी घर के बाहर खेल रही थी, इसी बीच एक अज्ञात आया और उनके बेटी को लेकर वहां से चला गया.  अपहृत बच्‍ची के पिता ने पुलिस को बताया कि उन्‍होंने अपनी बेटी को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. आखिर में, उन्‍होंने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अपनी बेटी को खोजने के लिए गुहार लगाई. अपहृत बच्‍ची के प‍िता की शिकायत पर केएम थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत एफआईआर दर्ज कर बच्‍ची की तलाश शुरू कर दी. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए केएम थाना पुलिस के साथ-साथ जिले की एएटीएस और स्‍पेशल स्‍टॉफ को भी बच्‍ची की तलाश में लगा दिया गया.  यह भी पढ़ें: महिला के साथ एयरपोर्ट में हुआ दाखिल, CISF को चकमा देने की थी साजिश, अचानक पलटा पूरा खेल, भारी पड़ गई होशियारी… आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इस शख्‍स की पहचान पंजाब के लुधियाना निवासी जसकरण बंथ के रूप में की है. एयरपोर्ट पुलिस ने आईपीसी की विभिन्‍न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर इस शख्‍स को गिरफ्तार कर लिया है. इस शख्‍स के साथ आई महिला कौन थी और यह किस इरादे से टर्मिनल में दाखिल हुआ था, जानने के लिए क्लिक करें. बच्‍ची का मिला सुराग लेकिन… दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्‍त अंकित चौहान ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने सबसे पहले व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी की बात को ध्‍यान में रखते हुए परिवार के अन्‍य सदस्‍यों और रिश्‍तेदारों से गहन पूछताछ शुरू की. साथ ही, इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालना शुरू किया गया. एक लंबी कवायद के बाद पुलिस टीम को एक शख्‍स इलाके में संदिग्‍ध परिस्थितियों में घूमते हुए दिखाई दिया. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि यह शख्‍स साउथ एक्स-1 बस स्टॉप की तरफ से आया था और बच्ची को लेकर उसी दिशा में ले चला गया.   डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि यह संदिग्‍ध युवक सफदरजंग हॉस्पिटल से डीटीसी बस में बोर्ड हुआ था और साउथ एक्‍सटेंशन पार्ट में उतरा था. इसी बीच, पुलिस ने इस शख्‍स की फोटो को दिल्‍ली के सभी पुलिस स्‍टेशन सहित सभी संभावित व्‍हाट्सअप ग्रुपों में भेज दिया. पुलिस की यह कवायद काम आई और उन्‍हें सूचना मिली कि इस संदिग्‍ध शख्‍स को बच्‍ची के साथ कुतुब मीनार मेट्रो स्‍टेशन के पास देखा गया है. वह बच्‍ची के साथ अंधेरिया मोड़ की तरफ जाने वाली बस में सवार हुआ है.   यह भी पढ़ें: अजीब थीं विदेशी शख्‍स की हरकतें, शक होने पर CISF ने खुलवाया बैग, अंदर से निकली ऐसी चीज, फटी रह गईं सबकी आंखें… दिल्‍ली एयरपोर्ट में दाखिल होने के साथ इस विदेशी शख्‍स पर सीआईएसएफ इंटेलीजेंस प्रोफाइलर्स की आंखे टिक गईं थी. शक पुख्‍ता होने के बाद जब विदेशी नागरिक के बैग की तलाशी ली गई, तो उसके भीतर से ऐसी चीज निकली, जिसे देखकर सबकी आंखें खुली की खुली रह गईं. पूरी खबर के लिए क्लिक करें. अपहरणकर्ता का क्‍या था आगे का प्‍लान? डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, इस सूचना के आधार पर अंधेरिया मोड के आसपास सभी संभावित इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया. तलाशी अभियान के दौरान, पुलिस ने न केवल संदिग्‍ध शख्‍स की पहचान कर ली, बल्कि उसके घर तक पहुंच गई. पुलिस टीम ने बच्‍ची को सकुशल आरोपी के घर से बरामद कर लिया. पुलिस ने बच्‍ची का अपहरण करने वाले शख्‍स को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी शख्‍स की पहचान अर्जुन उर्फ उमर के रूप में हुई है. आरोपी शख्‍स से पुलिस की पूछताछ अभी जारी है.  डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि अब तक की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अर्जुन उर्फ उमर मूल रूप से अहमदाबाद (गुजरात) के कुबेर नगर का रहने वाला है. वह अनपढ़ और अविवाहित है. वह अंधेरिया मोड़ स्थित इस घर में अकेले रहता था. उसने बताया कि वह बच्‍चों के खिलौने बनाने का काम करता है. इसी सि‍लसिले में कांच लेने के लिए कोटला मुबारकपुर गया था, जहां से उसने बच्‍ची को अगवा किया था. बच्‍ची को अगवा करने के बाद उसका आगे का क्‍या प्‍लान था, इस बाबत पूछताछ अभी जारी है.  यह भी पढ़ें: 12 साल पहले रची थी एक ऐसी साजिश, दिल्‍ली से जर्मनी तक मच गया था ‘हल्‍ला’, अब जाकर आया पुलिस के हत्‍थे, जानें पूरा मामला… विक्रमजीत सिंह ने पूछताछ के दौरान रविंदर सिंह का पहली बार नाम लिया था. वहीं, एयरपोर्ट पुलिस की टीम जब तक रविदर को गिरफ्तार करने कपूरथला पहुंचती, तब तक वह वहां से फरार हो गया. जिसके बाद, रविंदर को खोजने में आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को पूरा 12 साल लंबा समय लग गया. विक्रमजीत ने किस मामले में लिया था रविंदर का नाम जानने के लिए क्लिक करें. बच्‍ची को खोजने में रही इन पुलिसकर्मियों की मेहनत महज 24 घंटे के भीतर बच्‍ची को खोज निकालने के लिए डिफेंस कालोनी के एसीपी राजेंद्र सिंह और ऑपरेशन ब्रांच के एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में पूरा ऑपरेशन चलाया गया था. इस पूरी कवायद में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस कर्मियों के नामों में ये नाम बेहद अहम हैं…   कोटला मुबारकपुर पुलिस स्‍टेशन: इंस्पेक्टर परवीन कुमार यादव (एसएचओ केएमपुर पुलिस स्‍टेशन), इंस्‍पेक्‍टर नरेंद्र कुमार, सब-इंस्‍पेक्‍टर योगेश कुमार, सब-इंस्‍पेक्‍टर सत्येन्द्र गुलिया, सब-इंस्‍पेक्‍टर निखिल शर्मा, सब-इंस्‍पेक्‍टर नितेश, सब-इंस्‍पेक्‍टर अरविंद, हेडकॉन्‍स्‍टेबल दातार, हेडकॉन्‍स्‍टेबल बनवारी, हेडकॉन्‍स्‍टेबल दिनेश, कॉन्‍स्‍टेबल रवि प्रकाश. स्‍पेशल स्‍टाफ: इंस्‍पेक्‍टर गिरीश चंद्र (प्रभारी स्पेशल स्टाफ), सब-इंस्‍पेक्‍टर दिनेश कुंडू, हेडकॉन्‍स्‍टेबल मनीष, और हेडकॉन्‍स्‍टेबल दिनेश.  एएटीएस: इंस्‍पेक्‍टर उमेश यादव, सब-इंस्‍पेक्‍टर दीपक महला, सब-इंस्‍पेक्‍टर अनिल, असिस्‍टेंट सब-इंस्‍पेक्‍टर दिनेश, हेडकॉन्‍स्‍टेबल कमल, हेडकॉन्‍स्‍टेबल सोमवीर, हेडकॉन्‍स्‍टेबल संदीप यादव, हेडकॉन्‍स्‍टेबल संदीप कुमार, हेडकॉन्‍स्‍टेबल ब्रिजेश, हेडकॉन्‍स्‍टेबल सुरगिव. Tags: Crime News, Delhi news updates, Delhi police, Kidnapping CaseFIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 21:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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