भारत में 92 फीसदी पात्र लोगों ने अब तक नहीं लगवाया बूस्टर डोज पढ़ें ये खास रिपोर्ट
भारत में 92 फीसदी पात्र लोगों ने अब तक नहीं लगवाया बूस्टर डोज पढ़ें ये खास रिपोर्ट
वैक्सीनेशन को लेकर हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में 92% भारतीय जो कोरोना वैक्सीन की तीसरी, या बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं, उन्होंने अभी तक ये शॉट्स नहीं लिए हैं.
हाइलाइट्स92 फीसदी पात्रों ने अभी तक कोरोना वायरस का बूस्टर डोज व तीसरा डोज नहीं लिया है.केंद्र सरकार ने बुधवार को राष्ट्रीय 75-दिवसीय मुफ्त टीकाकरण का ऐलान किया.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस अभी भी देश के अंदर तेजी से फैल रहा है. हर रोज 10 हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं वैक्सीनेशन को लेकर हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में 92% भारतीय जो कोरोना वैक्सीन की तीसरी, या बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं, उन्होंने अभी तक ये शॉट्स नहीं लिए हैं. वहीं बीते बुधवार को सरकार ने राष्ट्रीय 75-दिवसीय मुफ्त टीकाकरण का ऐलान किया. इससे जाहिर होता है कि ये अभियान टीकाकरण के लिए कितना जरूरी है. पूर्ण संख्या में, भारत में लगभग 594 मिलियन वयस्क बूस्टर डोज लेने में देर कर चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों से जानकारी मिली है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट द्वारा निःशुल्क टीकाकरण अभियान चलाने के फैसले से इन आंकड़ों में कमी आ सकती है. निशुल्क वैक्सीनेशन का फैसला सरकार द्वारा सभी वयस्कों के लिए कोविड -19 के खिलाफ टीकों की बूस्टर खुराक जारी करने के ठीक 95 दिन बाद लिया गया है. हाल के दिनों में जनता के बीच बूस्टर को आगे बढ़ाने के लिए यह दूसरी बड़ी नीतिगत घोषणा है. बीते 6 जुलाई को सरकार ने दूसरी खुराक और बूस्टर खुराक के बीच के अंतर को नौ से छह महीने तक कम करने की घोषणा की थी. डेटा पर सरसरी निगाह डालने से लगता है कि बूस्टर डोज का मुफ्त टीकाकरण करने पर आंकड़ों में बहुत कमी आ सकती है.
60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों और फ्रंटलाइन व स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए, बूस्टर शॉट पूरे देश में सरकारी केंद्रों पर मुफ्त में दिया जाता है. बीते 12 जुलाई को फ्रंटलाइन वर्कर्स में से 35% पात्र, और हेल्थकेयर वर्कर्स में से 39% ने अपना बूस्टर शॉट नहीं लिया था. लेकिन 60 वर्ष से ऊपर के लोग, जो फ्री बूस्टर डोज के लिए पात्र हैं, उनमें 73 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लिया है. इसके लिए मुफ्त में टीकाकरण के साथ-साथ जागरुकता अभियान बेहद जरूरी है. वहीं इस मामले पर विशेषज्ञों का कहना है कि बूस्टर को सभी के लिए मुफ्त बनाने से इस समस्या की सीमा को कम करने में मदद मिलेगी, लेकिन इसके साथ अन्य उपायों की भी जरूरत है.
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Tags: Coronavirus, Coronavirus vaccineFIRST PUBLISHED : July 14, 2022, 07:43 IST