प्‍लेटफॉर्म पर थे 4 युवा चेहरे पर थी थकान GRP ने पूछा- कौन हो तुमलोग

GRP Caught Students: भारतीय रेल रोजाना लाखों की तादाद में लोगों को उनके गंतव्‍य तक पहुंचाता है, ऐसे में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना चुनौती भरा काम होता है. यात्रियों की सुरक्षा के लिए GRP और RPF के जवान चौबीसों घंटे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं.

प्‍लेटफॉर्म पर थे 4 युवा चेहरे पर थी थकान GRP ने पूछा- कौन हो तुमलोग
विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश). भारतीय रेल को नेशनल कैरियर भी कहा जाता है. ट्रेन के जरिये प्रतिदिन बड़ी तादाद में लोग एक से दूसरी जगह तक जाते हैं. इनकी सुरक्षा के लिए राउंड द क्‍लॉक जवान तैनात रहते हैं. राजकीय रेल पुलिस (GRP) और रेलवे सुरक्षाबल (RPF) के जवान चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं, ताकि यात्रियों को किसी तरह का नुकसान न हो और रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके. GRP जवानों की सतर्कता की वजह से एक और मामले को बड़ा होने से पहले ही रोक लिया गया. GRP की टीम ने 4 नाबालिग छात्रों को उनके माता-पिता के हवाले किया है. जानकारी के अनुसार, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हाई स्कूल के चार नाबालिग छात्र एक तेलुगु फिल्म से प्रेरित होकर अपने हॉस्‍टल से भाग गए. ये सभी छात्र आखिरकार विजयवाड़ा रेलवे स्‍टेशन पहुंच गए. ये सभी प्‍लेटफॉर्म पर बैठे हुए थे, जब रात में गश्‍त कर रही GRP टीम के जवानों की नजर इनपर गई. GRP ने तत्‍काल कार्रवाई करते हुए इन्‍हें अपने कब्‍जे में लेते हुए इनका रेस्‍क्‍यू किया. पूछताछ में छात्रों ने जब पूरी कहानी बताई तो पुलिसवालों को भी पसीना आ गया. आखिरकार विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन से बरामद सभी नाबालिग छात्रों को उनके मां-बाप के हवाल कर दिया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार 11 दिसंबर 2024 को को यह जानकारी दी. गुवाहाटी जाने वाली ट्रेन में चढ़ने वाले थे 8 लोग, GRP ने पूछा कहां जाना है, फिर हुआ बड़े रैकेट का भंडाफोड़ फिल्‍म ‘लकी भास्‍कर’ से थे प्रभावित बताया जा रहा है कि हाल ही में ये लड़के 3,600 रुपये नकद लेकर विशाखापट्टनम के महारानीपेटा स्थित अपने हॉस्‍टल के गेट को लांघकर वहां से भाग गए थे. बताया जाता है कि वे हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘लकी भास्कर’ में अभिनेता दुलकर सलमान के किरदार की नकल करना चाहते थे और अमीर बनने के साथ ही कार चलाकर अपने स्कूल जाने का सपना देखते थे. पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हॉस्‍टल में फिल्म देखने के बाद लड़कों ने भागने, अमीर बनने और कार चलाकर स्कूल जाने का फैसला किया. इससे प्रेरित होकर वे छात्रावास का गेट फांदकर भाग निकले थे.’ रात में पहुंचे रेलवे स्‍टेशन जानकारी के अनुसार, स्‍कूल हॉस्‍टल से भागे ये सभी नाबालिग छात्रों के पास 3600 रुपये थे. इन्‍होंने ये सारे पैसे खर्च कर दिए. सारा पैसा खर्च करने के बाद ये छात्र मंगलवार रात विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन पर एक पुलिस टीम को मिले. बुधवार की सुबह लड़कों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया. पुलिस ने बताया कि 3 नाबालिग नौवीं कक्षा में पढ़ते हैं, जबकि एक स्थानीय स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है. Tags: Indian Railway news, National NewsFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 18:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed