900 साल पुराने इस मंदिर का शिवलिंग दिन में तीन बार बदलता है रंग जानें मान्यता
900 साल पुराने इस मंदिर का शिवलिंग दिन में तीन बार बदलता है रंग जानें मान्यता
राजेश्वर मंदिर में चमत्कारी शिवलिंग स्थापित है, जो दिन में तीन बार अपना रंग बदल लेता है. सुबह की मंगला आरती पर सफेद ,दोपहर को हल्का नीला और शाम की आरती के समय गुलाबी रंग का हो जाता है. यह मंदिर 900 साल पुराना है.
हरिकांत शर्मा /आगरा: आगरा पौराणिक और एतिहासिक शहर है. शहर के चारों कोने और बीच में ताजमहल से भी प्राचीन शिव मंदिर है, जहां पर बाबा भोलेनाथ विराजमान हैं. सावन का पावन माह आज से शुरू हो गया है. सावन के पहले सोमवार को आगरा में राजेश्वर महादेव मंदिर में विशाल मेला लगता है. शमसाबाद रोड पर लगभग 900 साल से अधिक प्राचीन राजेश्वर महादेव मंदिर है. इससे लोगों की आस्था के साथ कई रहस्य भी जुड़े हैं. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है. मान्यता है कि राजेश्वर महादेव मंदिर में मौजूद शिवलिंग स्वयं स्थापित है. यहां महादेव हर श्रद्धालु की मुराद पूरी करते हैं. आइए जानते हैं मंदिर की मान्यता, इतिहास और श्रद्धालुओं की आस्था की कहानी.
दिन में तीन पहर शिवलिंग बदलता है रंग
राजेश्वर मंदिर में चमत्कारी शिवलिंग स्थापित है, जो दिन में तीन बार अपना रंग बदल लेता है. सुबह की मंगला आरती पर सफेद ,दोपहर को हल्का नीला और शाम की आरती के समय गुलाबी रंग का हो जाता है. यह मंदिर 900 साल पुराना है.
मंदिर कमेटी के उप सचिव पप्पू ठाकुर बताते हैं कि सदियों से एक कहानी प्रचलित है. बताया जाता है कि यहां से लगभग 50 किलोमीटर दूर राजस्थान के राजाखेड़ा से एक सेठ नर्मदा नदी से शिवलिंग लेकर आ रहे थे .रात्रि विश्राम के लिए जिस जगह पर मंदिर है, वहां रुके थे. सेठ को रात में सपना आया कि वह शिवलिंग यही स्थापित होना चाहता है. इसके बाद बैल गाड़ी से शिवलिंग अपने आप झटक कर यही पर स्थापित हो गया. तब से लेकर आज तक इस मंदिर का नाम राजेश्वर पड़ गया. मंदिर में स्थापित शिवलिंग को अचलेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है.
सावन के पहले सोमवार को लगाया जाता है मेला
राजेश्वर मंदिर में सावन के पहले सोमवार को मेला लगता है. उसके बाद फिर अलग-अलग सोमवार को आगरा के चारों महादेव के मंदिरों पर मेलों का आयोजन होता है. सावन के पहले सोमवार को राजेश्वर मंदिर में मेला लगता है. हजारों की संख्या में भक्त मेले में शिरकत करते हैं. इस दौरान मंदिर में मानो पैर रखने तक की जगह नहीं होती है. विदेशों तक से पूजा करने के लिए भक्त आते हैं. मंदिर के महंत रूपेश उपाध्याय बताते हैं कि सात सोमवार मन से अगर भगवान शिव की कोई उपासना करे और राजेश्वर मंदिर में अभिषेक करे तो उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, Sawan Month, Sawan somvarFIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 09:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed