यूपी के इस जिले में बन रहा है दुनिया का अनोखा मंदिर जानिए खासियत
यूपी के इस जिले में बन रहा है दुनिया का अनोखा मंदिर जानिए खासियत
सहारनपुर में बनने जा रहा मंदिर श्री 9 नाथ, 84 सिद्ध, चौसठ योगिनी, 10 महाविद्याओं, 9 दुर्गे, अष्ठ भैरव, 12 ज्योतिर्लिंग एक साथ इस मंदिर में स्थापित होंगे. मंदिर का आकार पुराने संसद की तरह लिया गया है.
अंकुर सैनी/सहारनपुर: तीन राज्यों से घिरा सहारनपुर जिला विभिन्न धार्मिक स्थलों से अपनी एक अलग पहचान रखता है, सहारनपुर में जहां एक तरफ मां शाकंभरी देवी सिद्धपीठ है, तो वहीं दूसरी और मां बाला सुंदरी मंदिर. लेकिन अब सहारनपुर को एक ऐसे मंदिर की सौगात मिलने जा रही है, जो कि विश्व प्रसिद्ध होगा, जल्द इस मंदिर का निर्माण कार्य सहारनपुर जनपद के एक छोटे से गांव बीतिया NH 344 पर शुरू होने जा रहा है.
मंदिर को बनाने के लिए बाबा हीरानाथ ने चिलचिलाती गर्मी में 41 दिन चारों ओर आग के धूणे जलाकर कड़ी तपस्या की, मंदिर को बनाने का मकसद 1323 ई० में राजा देवपाल गुर्जर के द्वारा मध्य प्रदेश के मुरैना में चौसठ योगिनी माताओं का मंदिर बनवाया था, जिसको मुगल आक्रांता औरंगजेब के द्वारा खंडित किया गया था. पूरे भारत में 4 चौसठ योगिनी मंदिर हैं, जिनमें से दो मंदिर ओडिशा और दो मंदिर मध्य प्रदेश में स्थित हैं. सभी मंदिर खंडित हैं और उनको एएसआई के द्वारा पर्यटक स्थल घोषित किया गया है. सैकड़ों साल के बाद अब सहारनपुर जनपद में चौसठ योगिनी मंदिर का निर्माण होने जा रहा है, जो कि पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखेगा.
चौसठ योगिनी मंदिर की खासियत
सहारनपुर में बनने जा रहा मंदिर श्री 9 नाथ, 84 सिद्ध, चौसठ योगिनी, 10 महाविद्याओं, 9 दुर्गे, अष्ठ भैरव, 12 ज्योतिर्लिंग एक साथ इस मंदिर में स्थापित होंगे. मंदिर का आकार पुराने संसद की तरह लिया गया है. मंदिर को बनाने में 5 से 8 साल का समय लगेगा. वहीं यह मंदिर भारत ही नहीं दुनिया में एकमात्र ऐसा मंदिर होगा, जिसमे चौसठ योगिनी माताओं का वास होगा. मंदिर को बनाने के लिए 8 से 10 करोड़ रुपए खर्च होंगे. मंदिर का निर्माण मकराना मार्बल से किया जाएगा. इस मंदिर में पूजा पाठ के लिए देश विदेश से श्रद्धालु यहां पर पहुंचेंगे.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 10:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed