यहां मौजूद है 125 साल पुराना चमत्कारी मंदिर मंगल-शनि को लगता है विशेष दरबार
यहां मौजूद है 125 साल पुराना चमत्कारी मंदिर मंगल-शनि को लगता है विशेष दरबार
आनंद अखाड़ा महंत कालू गिरी महाराज जी के सानिध्य में सिविल लाइंस का हनुमान मंदिर संचालित किया जाता है. मंदिर के महंत ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि यहां के दतगुरू नारायण जी ने यहां एक कमेटी गठित की थी. इसके अंतर्गत बरेली के सिविल लाइन, जंक्शन, चौपला, सिटी स्टेशन में मौजूद सभी बालाजी मंदिर आते हैं.
बरेली /विकल्प कुदेशिया: बरेली नाथ नगरी अपने प्राचीन मंदिरों के लिए जानी जाती है. ऐसा ही एक प्राचीन मंदिर सिविल लाइन के पास बालाजी मंदिर है. यहां पर 125 सालों से आनंद अखाड़े के साधु सेवा करते आ रहे हैं. यह मंदिर काफी चमत्कारी है. यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
आनंद अखाड़ा महंत कालू गिरी महाराज जी के सानिध्य में सिविल लाइंस का हनुमान मंदिर संचालित किया जाता है. मंदिर के महंत ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि यहां के दतगुरू नारायण जी ने यहां एक कमेटी गठित की थी. इसके अंतर्गत बरेली के सिविल लाइन, जंक्शन, चौपला, सिटी स्टेशन में मौजूद सभी बालाजी मंदिर आते हैं. लेकिन, यह मंदिर उन सभी से काफी प्राचीन है. साथ ही साथ यहां के सभी संत मंगलवार को इन मंदिरों में सेवा करने जाते हैं. इसके अलावा बताते हैं कि यहां हर मंगलवार को भगवान बालाजी को सिंदूर और चोला जैसी कई चीजें चढ़ाई जाती हैं.
मंदिर की क्या है मान्यता?
मंदिर के महंत नैन विष्णु भारती ने खास बातचीत के दौरान बताया कि बाबा बालाजी का मंदिर काफी प्राचीन है. मान्यता है कि अगर कोई भक्त भगवान बालाजी के दरबार में मन्नत मांगने आता है, तो बालाजी महाराज उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करते हैं. इसके अलावा यहां हर मंगलवार को वहां के महंत पूजा करने आते हैं.
कितना पुराना है यह मंदिर?
बालाजी मंदिर बरेली के सभी बालाजी मंदिरों में सबसे प्राचीन है. इसके साथ बरेली के सभी मंदिर उसी के अंतर्गत एक गठित कमेटी में आते हैं. इस मंदिर में पहले आनंद अखाड़ा के साधुओं ने 125 सालों तक सेवा की है.
भक्तों ने कही ये बात
बालाजी मंदिर में आए भक्तों ने बातचीत के दौरान बताया कि बालाजी मंदिरों से कई ज्यादा प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर हैं. यहां भी काफी समय से पूजा- अर्चना करने आ रहे हैं. इसके अलावा भगवान बालाजी उनकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं.
Tags: Bareilly hindi news, Dharma Aastha, Dharma Culture, Local18FIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 17:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed