हाथ नहीं फिर भी आसमां छूने का इरादा 17 साल की छाया पैरों से करती है कई काम

Motivational Story: बोटाद के पलीयाद गांव की बेटी छाया का संघर्ष और आत्मविश्वास सच में प्रेरणादायक है. जन्म से ही उसके दोनों हाथ नहीं हैं, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी. आज वह बोटाद मॉडल स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा है. छाया ने अपने पैरों से लिखना, चित्र बनाना और खाना खाने जैसी सभी गतिविधियों को सीखा है. (रिपोर्टः रिदय कापडी)

हाथ नहीं फिर भी आसमां छूने का इरादा 17 साल की छाया पैरों से करती है कई काम