दक्षिणी गुजरात में सबसे अधिक तो पोरबंदर में सबसे कम मतदान जानें 2017 की तुलना में कितने कम पड़े वोट
दक्षिणी गुजरात में सबसे अधिक तो पोरबंदर में सबसे कम मतदान जानें 2017 की तुलना में कितने कम पड़े वोट
Gujarat Election 2022: अगर वोटिंग फीसदी के आंकड़ों पर गौर करें तो दक्षिणी गुजरात के ट्राइबल इलाकों में सबसे ज्यादा तो पोरबंदर में सबसे कम मतदान दर्ज किया गया है. दक्षिण गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों के लगभग सभी बूथों पर मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया और भारी मतदान किया. झगड़िया में करीब 78 फीसदी मतदान हुआ. वहीं, वलसाड में कपराडा विधानसभा में करीब 76 फीसदी मतदान हुआ, जबकि धरमपुर में 65% के करीब वोट दर्ज किया गया.
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 89 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को हुई वोटिंग में 62.89% प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. निर्वाचन अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिणी इलाके के 19 जिलों की 89 सीट के लिए मतदान हुआ. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, गुजरात में 2 करोड़ मतदाताओं में से इस बार पहले चरण में 62.89 फीसदी वोटरों ने अपने मत का इस्तेमाल किया. यहां बताना जरूरी है कि पिछली बार से यह आंकड़ा करीब 5 फीसदी कम है, क्योंकि साल 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान प्रतिशत 66.75 प्रतिशत दर्ज किया गया था. पहले चरण में 788 उम्मीदवार मैदान में हैं.
गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती के मुताबिक, गुजरात में काफी जागरूकता अभियानों के बावजूद मतदान कम हुआ है और यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि कम वोट फीसदी के कई कारण हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि ईवीएम, वीवीपीएटी मशीन की खराबी और आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन को छोड़कर राज्य में हिंसा या कदाचार की कोई अन्य गंभीर शिकायत दर्ज नहीं की गई. बता दें कि पहले चरण की वोटिंग में 788 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. पहले चरण में किस्मत आजमाने वालों में पटेल कैबिनेट के 9 मंत्री शामिल हैं. इतना ही नहीं, वे 7 बागी भाजपा नेताओं की किस्मत भी ईवीएम में कैद हो गई है, जिन्होंने टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय के रूप में चुनावी जंग में उतरने का फैसला किया.
अगर वोटिंग फीसदी के आंकड़ों पर गौर करें तो दक्षिणी गुजरात के ट्राइबल इलाकों में सबसे ज्यादा तो पोरबंदर में सबसे कम मतदान दर्ज किया गया है. दक्षिण गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों के लगभग सभी बूथों पर मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया और भारी मतदान किया. झगड़िया में करीब 78 फीसदी मतदान हुआ. वहीं, वलसाड में कपराडा विधानसभा में करीब 76 फीसदी मतदान हुआ, जबकि धरमपुर में 65% के करीब वोट दर्ज किया गया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुल हादसे के बाद चर्चा में आए मोरबी में पिछले चुनाव के मुकाबले वोटिंग फीसदी में मामूली गिरावट देखी गई है. पाटीदार बहुल मोरबी में 2017 के चुनावों में सबसे अधिक 75% मतदान दर्ज किया था मगर इस बार करीब 67% मतदान दर्ज किया गया. बता दें कि मोरबी ब्रिज हादसे में 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, मोरबी के पास में ही वांकानेर सीट पर करीब 72 फीसदी वोटिंग हुई है. बता दें कि यहां मुस्लिम वोटरों की संख्या अधिक है.
आंकड़ों से पता चलता है कि गुजरात चुनाव के पहले चरण में सबसे कम मतदान पोरबंदर में दर्ज किया गया. पोरबंद में महज 53.84 फीसदी लोगों ने अपने वोटिंग के अधिकार का प्रयोग किया. इसके अलावा, अमरेली, जूनागढ़ और गिर-सोमनाथ जैसे जिलों में भी हुए मतदान में औसतन 7-8% की गिरावट देखी गई. सूरत में भी पिछली बार की तुलना में कम मतदान दर्ज किया गया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सूरत में 60.17 फीसदी और राजकोट में 57.69 फीसदी मतदान हुआ.
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Tags: Assembly election, Gujarat, Gujarat Assembly ElectionsFIRST PUBLISHED : December 02, 2022, 10:18 IST