खरीफ सीजन में एक साथ करें अदरक और नींबू की सहफसली खेतीप्रॉफ़िट होगा डबल

कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए. के. सिंह के अनुसार दोनों फसलें जमीन में उपलब्ध पोषक तत्वों का बराबर इस्तेमाल करती हैं. एक दूसरे के विकास में यह पौधे मदद करते हैं. हल्दी और अदरक के साथ नींबू वर्गीय फलों की खेती की जाए तो इससे अच्छे नतीजे मिलते हैं.

खरीफ सीजन में एक साथ करें अदरक और नींबू की सहफसली खेतीप्रॉफ़िट होगा डबल
झांसी. किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा मिल सके, इसके लिए हर कोई प्रयास कर रहा है. खेती में नए प्रयोग किए जा रहे हैं. झांसी स्थित भरारी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने ऐसी ही एक तकनीक खोज निकाली है. कृषि वैज्ञानिको ने यह पता लगाया है कि मसाले के साथ अगर नींबू वर्गीय फलों की इंटरक्रॉपिंग की जाए तो उतनी ही मेहनत और लागत में दोगुना फायदा हो सकता है. कृषि विज्ञान केंद्र, भरारी में प्रयोग के तौर पर अदरक और हल्दी के साथ नींबू वर्गीय फलों की इंटरक्रॉपिंग की गई थी. इस प्रयोग में अच्छे नतीजे सामने आए हैं. दोनों ही फसलों में अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं. कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए. के. सिंह के अनुसार दोनों फसलें जमीन में उपलब्ध पोषक तत्वों का बराबर इस्तेमाल करती हैं. एक दूसरे के विकास में यह पौधे मदद करते हैं. हल्दी और अदरक के साथ नींबू वर्गीय फलों की खेती की जाए तो इससे अच्छे नतीजे मिलते हैं. होगा डबल मुनाफा डॉ. ए.के.सिंह ने बताया कि झांसी के बरुआसागर में अदरक और हल्दी की खेती बहुतायत में होती है. इसे जीआई टैग दिलाने की प्रक्रिया भी जारी है. इसके साथ ही बुंदेलखंड में नींबू वर्गीय फलों की खेती भी अच्छी तरह होती है. दोनों फसलों को एक साथ लगाने से एक ही सीजन में डबल मुनाफा हो सकता है. दोनों ही फसलों की बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है. Tags: Agriculture, Jhansi news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 20:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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