देश की पहली वंदे भारत मेट्रो फर्राटा भरने को तैयार क्या है खासियत शेड्यूल
देश की पहली वंदे भारत मेट्रो फर्राटा भरने को तैयार क्या है खासियत शेड्यूल
Vande Metro Train Schedule: भारत में पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन 16 सितंबर से चलने वाली है. सभी तरह की आधुनिक सुविधा से लेस यह 12 मेट्रो ट्रेन लोगों को छह घंटे से भी कम समय में अहमदाबाद और भुज के बीच सफर कराएगी.
हाइलाइट्स वंदे भारत मेट्रो ट्रेन अहमदाबाद और भुज के बीच चलेगी. यह एक सेमी-हाईस्पीड ट्रेन है जो 9 स्टेशनों को कवर करेगी. वंदे भारत मेट्रो हर स्टेशन पर 2 मिनट ही रुकेगी.
नई दिल्ली. भारत रेलवे ने बीते एक दशक में तेजी से अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है. वंदे भारत ट्रेन में तो शायद हम सभी कभी ना कभी सफर कर ही चुके होंग. रेलवे एक कदम और आगे बढ़ते हुए अब वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी देश की पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन 16 सितंबर को करेंगे. यह गुजरात के अहमदाबाद और भुज के बीच चलेगी. यह ट्रेन लगभग दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में चलने वाली मेट्रो की तरह ही होगी. हालांकि यह लंबी दूरी का सफर तक करेगी. महज 5 घंटे 45 मिनट में यह ट्रेन 334 किलोमीटर का सफर तय करेगी. यह पहला मौका है जब देश में वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में लोगों के मन में इस ट्रेन को लेकर सवाल होना लाजमी है. आइये हम आपको इसके बारे में विस्तार में बताते हैं.
ट्रेन का शेड्यूल
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन सुबह 5:50 बजे भुज से अपनी यात्रा शुरू करेगी और उसी दिन सुबह 10:50 बजे अहमदाबाद पहुंच जाएगी. इसके बाद अपने रिटर्न ट्रिप के लिए यह अहमदाबाद से शाम 5:30 बजे रवाना होगी और रात 11:10 बजे भुज पहुंचेगी. लोगों के लिए इस ट्रेन की सेवा सप्ताह में छह दिन उपलब्ध होगी. भुज-अहमदाबाद वंदे भारत मेट्रो के रूट पर कुल नौ स्टेशन होंगे. भारतीय रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन हर स्टेशन पर करीब दो मिनट के लिए ही रुकेगी.
वंदे भारत मेट्रो की स्पीड
वंदे मेट्रो मेट्रो एक सेमी-हाईस्पीड ट्रेन है जो 100 से 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ेगी. ट्रेन के डिजाइन की बात करें तो इस मेट्रो ट्रेन में 3 x 3 बेंच-टाइप सीट लगाई गई है, जिसका मकसद ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को आरामदायक यात्रा देना है. साथ ही विकालांग यात्रियों की सुविधा के लिए वंदे मेट्रो टेन के कोच में व्हीलचेयर-शौचालय उपलब्ध है. सुरक्षा के लिहाज से देखें तो वंदे मेट्रो ट्रेन के कोच में टॉक-बैक सिस्टम लगाया गया है, जिसकी मदद से कोई भी यात्री किसी इमरजेंसी की स्थिति में ट्रेन के ड्राइवर से सीधे बातचीत कर सकता है.
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आधुनिक सेंसर से लेस है वंदे भारत मेट्रो
इसके अलावा वंदे भारत मेट्रो के हर कोच में आग और धुएं का पता लगाने वाला सेंसर सिस्टम भी लगा है. 14 सेंसर की मदद से झटपट वंदे भारत मेट्रो में किसी भी धुएं का तुरंत पता लगा जाएगा. नई मेट्रो सेवा से हजारों यात्रियों को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है. केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह ने हाल ही में कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री का दौरा किया था. अपने दौरे के दौरान उन्होंने अमृत भारत कोच के उत्पादन का उद्घाटन किया और वंदे मेट्रो कोच की निर्माण प्रक्रिया का निरीक्षण किया.
चार-चार के गुच्छे में होंगे कोच
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को फिलहाल 12 कोच के साथ चलाया जा रहा है. बताया गया कि हर चार मेट्रो कोच का एक सेट डिजाइन किया गया है ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा दी जा सके. रेलवे की योजना बाद में वंदे भारत मेट्रो के कोच की संख्या को बढ़ाकर 16 करने की है.
Tags: Indian Railway news, Pm narendra modi, Vande bharatFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 09:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed