Opinion: मोदी सरकार की नीतियों की साथ भारत की भव्यता भी दिखेगी जी 20 सम्मेलन में
Opinion: मोदी सरकार की नीतियों की साथ भारत की भव्यता भी दिखेगी जी 20 सम्मेलन में
वैसे तो जी 20 के पिछले सम्मेलन में ही दुनिया ने भारत की नीतियों का लोहा मान लिया था. लेकिन इस बार जब ये सम्मेलन भारत की धऱती पर हो रहा है तो दुनिया भर के नेता भारत की भव्यता से भी परिचित होगें.
प्रिया.
भारत अपने धरोहरों को किस तरह से सजा कर रखता है इसे दुनिया देखेगी. खास तौर से ऐसे समय में जब दुनिया के 20 ताकतवर देशों के प्रमुख यहां होंगे तब इन धरोहरों को सजा कर ऐसा किया जाएगा जिससे देखने वाला मोहित हो जाए. इसका फायदा भारतीयता की छाप को और गहरी करने वाला तो होगा ही इससे पर्यटन के क्षेत्र में भी भारत को लाभ होने की उम्मीद है. इस बार खास तकनीक से इन स्मारकों पर जी 20 के लोगो को भी फोकस किया जाएगा.
भारत 1 दिसंबर 2022 से जी20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit 2022) की अध्यक्षता कर रहा है, ऐसे में विश्व भर से उच्च स्तरीय डेलिगेट भारत आ रहे हैं और यहां के स्मारक और इमारतों को देख रहे हैं. भारत के स्मारक और इमारतें न केवल एतिहासिक रूप से समृद्ध हैं बल्कि विश्व भर के लोगों के लिए कौतुहल और आकर्षण का विशेष केंद्र भी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं कि उनके हर कदम से उनकी नीति और रणनीति की छाप नजर आती है. यही वजह है कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान इस अवसर का बेहतरीन लाभ लेने की तैयारी पहले से ही कर ली गई है. इसी के तरह देश की विरासत की ब्रांडिंग और प्रचार के लिए भारत सरकार की ओर से देश के मॉन्यूमेंट्स (Monuments) को बेहतरीन तरीके से पेश करने का फैसला किया गया है. इसके लिए यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल इमारतों के साथ देशभर में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के द्वारा संरक्षित इमारतों पर विशेष फोकस दिया जा रहा है.
एएसआई की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स (Word Heritage Monuments) के अलावा देशभर से 100 स्मारकों को एक सप्ताह तक रौशन किया जा रहा है. इसके इन इमारतों के पास मौजूद अन्य स्मारकों को भी यूं ही नहीं छोड़ दिया जाएगा बल्कि ये भी रोशनी से जगमगाते हुए दिखाई देंगे. इस दौरान चयनित 100 प्रमुख स्मारकों पर जी-20 का लोगो रौशन होता दिखाई देगा. हालांकि तय की गई थीम या लोगो भारतीय विदेश मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुसार होगा.
बता दें कि देश के प्रसिद्ध स्मारकों को प्रदर्शनीय बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. इसके लिए लोकेशन के आधार पर नोडल अधिकारी भी तैनात किए गए हैं. 100 प्रमुख स्मारकों में जहां तक राजधानी दिल्ली की बात है तो यहां से चार स्मारकों को चुना गया है. इनमें हुमायूं का मकबरा, लाल किला कॉम्पलेक्स, पुराना किला और सफदरजंग का मकबरा शामिल हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के आगरा के फतेहपुर सीकरी समेत आगरा फोर्ट, अकबरी महल, सिकंदरा किला, सरधना का बेगम पैलेस, झांसी का किला, वाराणसी में बुद्धिस्ट साइट ऑफ सारनाथ, धामेक स्तूप आदि को शामिल गया है. वहीं देश के 25 राज्यों के अलावा केंद्र शासित प्रदेशों से स्मारकों को चुना गया है. एक हफ्ते तक ये सभी रोशनी से जगमगाते हुए दिखाई देंगे.
(डिस्क्लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी|
Tags: G-20 SummitFIRST PUBLISHED : December 02, 2022, 16:10 IST