आरजी कर मेडिकल कॉलेज: कोलकाता डॉक्टर केस में रिक्लेम द नाइट का क्या है लंदन

Kolkata Doctor Case Explainer: कोलकाता डॉक्टर केस में सड़क पर हजारों की संख्या में लोगों का प्रदर्शन रिक्लेम द नाइट क्यों बुलाया गया. दरअसल फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए इस प्रदर्शन का आह्वान किया गया लेकिन इस पूरे आंदोलन का ब्रिटेन से है एक खास कनेक्शन...

आरजी कर मेडिकल कॉलेज: कोलकाता डॉक्टर केस में रिक्लेम द नाइट का क्या है लंदन
नई दिल्ली. भारत में 14 और 15 अगस्त की दरमियानी रात को एक आंदोलन खड़ा हुआ, यह आंदोलन था रिक्लेम द नाइट (Reclaim the Night). तमाम कामकाजी औरतों, आदमियों, अलग अलग प्रफेशन के लोगों ने सड़क पर कैंडल मार्च किया और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर अपनी बात रखी लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिक्लेम द नाइट का ब्रिटेन से क्या कनेक्शन है. इसकी जड़ें ब्रिटेन से कैसे जुड़ी हैं… आइए जानें कोलकाता में 31 साल की डॉक्टर के साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8 और 9 अगस्त की दरमियानी रात को हुए रेप और हत्या के संगीन मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. पुलिस और सीबीआई मामले की जांच कर रहे हैं और डॉक्टर देशभर में हड़ताल पर हैं. 14 अगस्त की रात 11 बजकर 55 मिनट पर शुरू हुए इस प्रदर्शन में न सिर्फ कोलकाता में डॉक्टरों, जानी मानी हस्तियों ने भाग लिया बल्कि देश के कई संस्थानों के लोग अपने अपने शहर, अपने अपने राज्य से हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर उतर आए थे. रात को घर लौटते समय क्या हुआ था सुसान के साथ…. दरअसल ‘रीक्लेम द नाइट’ के नाम से महिला मुक्ति आंदोलन की शुरुआत 1977 में इंग्लैंड के लीड्स में से हुई थी. उस साल इंग्लैंड में एक महिला की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. उस वक्त ब्रिटिश पुलिस ने कहा था महिलाओं को रात में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, अगर वे सुरक्षित रहना चाहती हैं. महिलाओं ने इसके खिलाफ ही ‘रीक्लेम द नाइट’ का आह्वान किया था. 12 नवंबर 1977 को लीड्स में रिक्लेम द नाइट अभियान के तहत करीब डेढ़ सौ महिलाएं आधी रात को सड़कों पर फिर से अपना कब्जा जमाने उतरी थीं. OPINION: कोलकाता से लेकर राजस्थान तक, हॉस्पिटल से लेकर सड़क तक, हमें चैन से जीने का हक कब…? सुसान अलेक्जेंडर स्पीथ नामक एक कामकाजी महिला की रात को घर लौटते समय चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. सुसान पेशे से माइक्रोबायोलॉजिस्ट थीं. मामले ने बहुत तूल पकड़ा था और महिला सुरक्षा को लेकर ब्रिटेन में बहुत प्रदर्शन हुए थे. पुलिस की ओर से इस सलाह के बाद टेक बैक द नाइट रैली आयजित की गई थी. इसके बाद दुनिया के कई हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी ऐसी रैलियां आयोजित की गई थीं. Tags: Doctors strike, Explainer, Kolkata News, West bengalFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 12:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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