सनन्दन उपाध्याय/बलिया: बारिश का मौसम चल रहा है. ऐसे में पशुपालकों के सामने एक बड़ी जटिल समस्या आती है. इस मौसम में पशु अक्सर बीमार हो जाते हैं. बारिश के मौसम में पशु को ब्लड प्रोटोजोआ, निमोनिया, लंग्स इन्फेक्शन, स्क्रीन इंफेक्शन जैसी तमाम बीमारियों से ग्रसित होने की संभावना बनी रहती है. इस समय पशुओं पर ध्यान न देना भारी पड़ सकता है. केवल फ्री में कुछ सावधानी वरत पशुपालक अपने पशुओं को इन तमाम गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं.
बरसात में क्यों बीमार होते हैं पशु?
राजकीय पशु चिकित्सालय नगर बलिया के डॉ. एस.डी द्विवेदी ने इस बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि सबसे पहली बात पशु के रहने वाले स्थान पर अगर जल जमाव होता है, तो उससे विशेष प्रकार की मक्खी और मच्छर पैदा होते हैं. फिर पशुओं को लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करने वाली गंभीर बीमारी होती है.
ऐसे करें अपने पशु का बचाए
ऐसे में दो बातों का विशेष ध्यान रखें कि पशु डायरेक्ट पानी में भीगने न पाए और पानी का जल जमाव न हो. ऐसा करने से मक्खी और मच्छर पैदा नहीं होंगे. ब्लड प्रोटोजोआ की बीमारी पशुओं में न हो इसके लिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. बारिश के मौसम में पशु निमोनिया, लंग्स इन्फेक्शन, स्क्रीन इंफेक्शन जैसी तमाम बीमारियों के चपेट में अक्सर आ जाते हैं. कीचड़ होने की स्थिति में पशु के खुर में बीमारी होती है. पशु को बीमारी से बचाना है तो हमेशा सुखा और साफ रखें.
पशु को क्या खिलाएं?
पशु के खानपान को लेकर पशुपालक सावधान रहें. बारिश के मौसम में कोई भी ऐसा पदार्थ पशु को न खाए, जो गीला या नमीयुक्त हो. इस मौसम में एफ़्लैटॉक्सिकोसिस डेरी पशुओं में डेग-नाला रोग विकसित होते हैं. पशु के चारा में अगर ज्यादा नमी हो गई हो तो उसे पशु को न खिलाएं. क्योंकि नमी के कारण चारे में फंगल इन्फेक्शन फैल जाता है, जो पशु के लिए बेहद हानिकारक होता है. ध्यान रखें कि आपकी थोड़ी-सी लापरवाही की वजह से पशु के हालात बहुत गंभीर हो सकते हैं.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 15:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed