सुबह या शामकब करें धान की बुवाई बंपर मुनाफे चाहिए तो जानें सही तरीका

Farmer News: धान की खेती करते वक्त किसानों को कई बातों का ख्याल रखना चाहिए. ऐसा न करने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है.

सुबह या शामकब करें धान की बुवाई बंपर मुनाफे चाहिए तो जानें सही तरीका
कन्नौज/अंजली शर्मा: कन्नौज में धान की फसल करने वाले किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और जरूरी सूचना कृषि विभाग से आई है. कृषि विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया है कि इस वक्त किसानों को धान की फसल थोड़ी देर से करनी चाहिए. भले ही फसल बोने का समय चल रहा है, लेकिन इस वक्त अगर धान की फसल बोई तो उसमें नुकसान उठाना पड़ सकता है. दिन में अगर पानी लगा दिया तो पानी इतना गर्म हो जाता है कि धान की फसल पर बड़ा असर पड़ सकता है. धान की फसल लगाने का सही तरीका कन्नौज में पारंपरिक खेती आलू और उसके बाद मक्का बड़े पैमाने पर होती है. तीसरे नंबर पर किसान यहां पर धान की खेती करता है. कन्नौज में करीब 50,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसान धान की बुवाई करते हैं. मानक के अनुसार जिले में करीब 10 जून से धान की नर्सरी की बुवाई शुरू हो जाती है. तेज धूप होने की वजह से अभी तक कोई भी किसान नर्सरी में धान की बुवाई नहीं कर पाया है. धान की नर्सरी की बुवाई के लिए वर्तमान समय में तापमान बहुत अधिक है. वहीं, बारिश न होने के कारण व तेज धूप के कारण नर्सरी की बुवाई में समस्या है. फसल लगाते वक्त न करें ये गलती इस वक्त तापमान 45 से 46 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में धान की फसल करने वाले किसानों को बहुत सावधानियां बरतने की जरूरत है. भले ही थोड़ी सी देर हो जाए लेकिन फसल को बहुत ही सावधानी से बोएं. इस समय खेत की नमी के लिए खेत में शाम के वक्त पानी लगाएं. दिन के वक्त अगर पानी लगते हैं तो पानी गर्म हो जाएगा. इस वजह से फसल खराब होने का खतरा बहुत बड़ा हो जाएगा. ऐसे में किसानों को ध्यान रखना है कि वह शाम के वक्त पानी लगाएं और सुबह शाम तक पानी से खेत में नमी बनाए रखें. क्या है बुवाई का सही समय धान के किसानों को बुवाई करते समय एक बात सबसे ज्यादा ध्यान रखना है. धान की बुवाई के लिए तापमान न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए. इससे अगर ऊपर तापमान जाता है तो किसानों को धान की बुवाई नहीं करनी चाहिए. कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि अगर तेज धूप के दौरान नर्सरी की बुवाई की जाए तो धान खराब हो जाता है. अंकुरण प्रभावित होता है. देर से धान की रोपाई वह उत्पादन प्रभावित होने की आशंका रहेगी. ऐसे में किसानों को बहुत ही सावधानियां बरतनी है. बुवाई करते समय शाम का वक्त चुने और पानी ऐसा भरें की सुबह के वक्त तक पानी पूरा खेतों में सुख जाए. धान की फसल के लिए न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए. Tags: Agriculture, Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 12:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed