UP के इस शहर में रहे सावधान! यहां के रेस्टोरेंट-कैफे के 65% खाना घटिया
UP के इस शहर में रहे सावधान! यहां के रेस्टोरेंट-कैफे के 65% खाना घटिया
मुख्य खाद्य अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पेटीज, मैदा, चीनी, और फैक्ट्री में बनने वाली दो मिठाइयों के सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजे हैं. जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा.
बनारस: ये शहर अपने खान-पान के लिए दुनियाभर में मशहूर है. यहां की चाट, कचौड़ी, लस्सी के अलावा कई अन्य व्यंजन फेमस हैं, जिनका स्वाद चखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं. लेकिन इन दिनों बनारस का खाना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि फूड एंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के रैंडम सैंपल चेकिंग के दौरान 100 में से 65 फीसदी फूड सैंपल मानकों पर फेल हो गए हैं.
वाराणसी के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित श्रीवास्तव ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि हमारे विभाग की ओर से समय-समय पर अलग-अलग दुकानों पर रैंडम चेकिंग के दौरान सैंपल लिए जाते हैं, फिर लैब में उनकी टेस्टिंग कराई जाती है. 14 दिन बाद आने वाले रिपोर्ट में देखा जाता है कि लिए गए सैंपल्स में से 60 से 65 फीसदी फेल होते हैं, जो कहीं न कहीं हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं. हालांकि, इस फेल सैंपल्स के बाद भी उन्होंने दावा किया कि इससे वाराणसी का फूड खाने योग्य नहीं है, ऐसा नहीं कहा जा सकता.
फफूंदी लगे पेटीज का वीडियो हुआ था वायरल
हाल ही में वाराणसी के एक प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट श्री अन्नपूर्णा के पेटीज में फफूंदी लगी पाई गई थी. फफूंदी लगे पेटीज देखकर एक ग्राहक ने वहां हंगामा शुरू कर दिया. इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद फूड एंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने शहर में छापेमारी की और उनके दो संस्थानों पर छापेमारी कर 5 सैंपल कलेक्ट किए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया. सवाल यह है कि इन रेस्टोरेंट और कैफे में स्वास्थ्य से खिलवाड़ कब तक चलता रहेगा.
इन पांच चीजों के लिए सैंपल
मुख्य खाद्य अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पेटीज, मैदा, चीनी, और फैक्ट्री में बनने वाली दो मिठाइयों के सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजे हैं. जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा.
Tags: Local18, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 14:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed