बड़ौदा यूपी बैंक के 5800 कर्मचारियों के नौकरी पर संकट आरओ के बाहर किया विरोध

भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष गुरुनाथ राम ने बताया कि यूपी के 30 जिलों में बड़ौदा यूपी बैंक में 5800 से ज्यादा संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काम करते हैं . जिनके प्रबंधन की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी जा रही है.

बड़ौदा यूपी बैंक के 5800 कर्मचारियों के नौकरी पर संकट आरओ के बाहर किया विरोध
वाराणसी. वाराणसी में बड़ौदा यूपी बैंक के संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का गुस्सा देखने को मिला. कर्मचारियों ने वाराणसी के चौकाघाट स्थित क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. इस दौरान कर्मचारियों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को समर्थन में एक पत्रक भी रीजनल मैनेजर को सौंपा. जॉइन्ट फोरम ऑफ बड़ौदा यूपी बैंक यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुंलद की. कर्मचारियों के इस विरोध को भारतीय मजदूर संघ ने भी अपना समर्थन दिया है. भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष गुरुनाथ राम ने बताया कि यूपी के 30 जिलों में बड़ौदा यूपी बैंक में 5800 से ज्यादा संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काम करते हैं . जिनके प्रबंधन की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी जा रही है. जिसके विरोध में आज कर्मचारी अपने विभिन्न मांगों को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर जुटे हैं. ये है कर्मचारियों की प्रमुख डिमांड गुरुनाथ राम ने बताया कि कर्मचारियों की मांग है कि सभी दैनिक वेतन भोगी और संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए. इसके अलावा उन्हें दूसरे बैंक कर्मचारियों की तरह नई पेंशन और अवकाश संबंधित सुविधाएं भी मिले. इसके अलावा प्रबन्धन स्तर पर उनका शोषण भी न किया जाए. 21 सितंबर को कर्मचारी करेंगे हड़ताल बता दें कि अपने इन मांगों को लेकर कर्मचारियों में खासी नाराजगी है. कर्मचारियों ने अल्टीमेटम दिया है कि यदि उनकी यह मांगे नहीं मानी गई तो सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 21 सितंबर को हड़ताल करेंगे और भी बात नहीं बनी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल भी किया जाएगा. Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 20:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed