अगर आप भी करते हैं ईयरफोन का इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान वरना

डॉ. सुमित कहते हैं कि अगर आपको दोनों में से किसी भी कान में कम सुनाई दे रहा है. यह प्रक्रिया निरंतर चलती जा रही है, तो ऐसे लोग बिल्कुल भी लापरवाही ना बरतें.

अगर आप भी करते हैं ईयरफोन का इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान वरना
विशाल भटनागर/ मेरठ: अगर आपको भी गाने सुनने का शौक है. इसके लिए आप विभिन्न प्रकार की ईयरफोन का प्रयोग करते हुए तेज साउंड में आनंद लेते हैं, तो ऐसे सभी लोग अब सावधान हो जाएं. क्योंकि यह शौक सुनने की क्षमता पर भारी पड़ सकता है. जी हां यह कहना हमारा नहीं बल्कि ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर सुमित उपाध्याय का है. उन्होंने बताया कि जिस तरीके से फेमस सिंगर अलका याग्निक की सुनने की क्षमता अब चली गई है. इस तरह की समस्याओं से मेरठ के काफी युवा जूझ रहे हैं. जिनका उपचार चल रहा है. इन बातों का रखें विशेष ध्यान डॉ सुमित उपाध्याय ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि वैवाहिक कार्यक्रम हो या फिर जन्मदिन हो लोग डीजे बजाना पसंद करते हैं. लेकिन डीजे में जिस तरीके से अब साउंड का उपयोग होने लगा है वह कहीं न कहीं हमारे कानों की सुनने की क्षमता के लिए काफी खतरनाक है. जिससे कि लोगों की जो सुनने की क्षमता है, वह धीरे-धीरे अब कम होती जा रही है. वह कहते हैं इसके लिए ईयर फोन भी काफी जिम्मेदार है. क्योंकि अब युवाओं की जिंदगी में ईयरफोन  एक अहम हिस्सा हो गया है. वह घंटों तक तेज साउंड में ईयर फोन में गाने सुनना पसंद करते हैं, जो कि कहीं ना कहीं काफी घातक है. इस तरह की हो समस्या तुरंत कराएं जांच डॉ. सुमित कहते हैं कि अगर आपको दोनों में से किसी भी कान में कम सुनाई दे रहा है. यह प्रक्रिया निरंतर चलती जा रही है, तो ऐसे लोग बिल्कुल भी लापरवाही ना बरतें. बल्कि तुरंत ही किसी भी कान- नाक, गला रोग विशेषज्ञ को दिखाएं. क्योंकि यह सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस की शुरुआत है. यह धीरे-धीरे एक कान की सुनने की पूरी क्षमता को छीन लेगा. उसके पश्चात दूसरे कान पर इसका असर होना शुरू हो जाता है. अगर समय रहते ही इसका उपचार न किया जाए तो अलका याग्निक की तरह ही दोनों कानों की सुनने की क्षमता गायब हो जाएगी. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा यह समस्या युवा वर्ग में देखने को मिल रही है. डॉक्टर सुमित उपाध्याय ईएनटी विशेषज्ञ के तौर पर मेरठ में विशेष पहचान रखते हैं. उनके क्लीनिक में प्रतिदिन बड़ी संख्या में इसी तरीके के मरीज अपना उपचार करने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं सरकारी अस्पतालों की बात की जाए तो वहां भी कानों से संबंधित समस्याओं का उपचार करने के लिए मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. Tags: Health tips, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 23, 2024, 09:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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