ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट से बदले कोरोना के लक्षण भारतीय मरीजों पर हुई रिसर्च में खुलासा

ओमिक्रॉन (Omicron) के नए वेरिएंट से मरीजों के लक्षण बदल गए हैं. कभी स्‍वाद और गंध का चले जाना कोरोना का लक्षण था तो अब यह लक्षण सामने नहीं आ रहा. कोरोना को लेकर हुई रिसर्च (coronavirus infection research) में बताया गया है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि के साथ भारतीय मरीजों में 82% को बुखार आया.

ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट से बदले कोरोना के लक्षण भारतीय मरीजों पर हुई रिसर्च में खुलासा
हाइलाइट्सकोरोना वायरस संक्रमण को लेकर हुई बड़ी रिसर्च भारतीय मरीजों को किया शामिल, पहले के लक्षणों से की गई तुलना, बदलाव पर है नजर नई दिल्‍ली. कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन (Omicron) के नए सब वेरिएंट बार-बार अपना रूप बदल रहे हैं. भारत में कोरोना मरीजों पर हुए ताजा शोध  (coronavirus infection research) में यह जानकारी सामने आई है कि कोरोना संक्रमण और इससे सामने आने वाले वेरिएंट्स को लेकर चिंता बनी हुई है. ये वेरिएंट्स कभी अपने स्‍वरूप में बदलाव कर रहे हैं तो कभी इसके कारण होने वाले संक्रमण के लक्षण बदल रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट फिर से लौट रहे हैं; तो कभी इनके वेरिएंट्स में बदलाव देखा जा रहा है. शोध में कहा गया है कि पुराने लक्षण में पहले जैसे गंध और स्‍वाद का चले जाना, बुखार आने और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण उभरते थे, लेकिन अब ऐसा बिलकुल नहीं हो रहा. नए लक्षण में सर्दी, खांसी और सिरदर्द प्रमुख हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड के नए वेरिएंट जो कि BA.2 से जुड़ा है, उसमें बुखार वाला पुराना लक्षण वापस लौट चुका है. दरअसल ताजा शोध भारतीय मरीजों को लेकर हुआ है. इसमें कहा गया है कि करीब भारतीय मरीजों में 82% को बुखार आया और इसके टेस्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है. 82% में बुखार और 50% में खांसी लक्षण  पिछले हफ्ते क्यूरियस जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस में एक लेख छपा था. इसके मुताबिक भारत के 200 ज्यादा मरीजों में जो BA.2 के कई स्ट्रेन से संक्रमित हुए थे, उनमें से 82% में बुखार के लक्षण देखे गए. सिर्फ आधे को खांसी और एक-तिहाई से ज्यादा को सर्दी के लक्षण थे. बाकी लक्षणों में थकान (27%), सिरदर्द (21%), और मांसपेशियों में दर्द (20%) मौजूद थे. अधिकतर केस मामूली और हल्‍के लक्षण वाले, सामान्‍य दवाओं से हो गए ठीक   रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमण के नए मामलों में से अधिकतर मामूली और हल्‍के केस थे, जो आम दवाओं के उपचार से ठीक हो गए. इनमें से केवल 3 मरीजों की मौत हुई और मात्र 5% मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. मात्र 4% से कुछ अधिक को ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ी. वैज्ञानिकों ने कहा कि सभी पहलुओं को ध्‍यान में रखते हुए शोध रिपोर्ट तैयार की गई है. इसमें लक्षणों की तुलना भी की गई. पहले जो लक्षण सामने आए थे, उनकी तुलना नए लक्षणों से की गई है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Corona virus infection research, Omicron variantFIRST PUBLISHED : November 17, 2022, 05:30 IST