लंबित मामलों के बोझ को कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का एक्शन रद्द होंगे 13 हजार से अधिक मामले

सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों के बोझ पड़ने पर बड़ा फैसला लिया गया है. दरअसल, साल 2014 से पहले फाइल हुए 13147 मामलों को रद्द करने का फैसला किया गया है. इसके साथ 70 हजार से अधिक लंबित मामलों में भारी कमी आएगी.

लंबित मामलों के बोझ को कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का एक्शन रद्द होंगे 13 हजार से अधिक मामले
हाइलाइट्स2014 से पहले फाइल हुए 13147 मामलों को डिलीट करने का फैसला लिया गया है.सुप्रीम कोर्ट में लंबित 70000 से ज्यादा केसों में आएगी भारी कमी.कई सालों से ऐसी याचिकाएं लंबित हैं, जिस पर ना तो सुनवाई हो पाई है और ना ही आपत्ति हटाई गई है. नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों में कमी लाने के लिए एक बड़ा प्रयास करते हुए 19 अगस्त 2014 से पहले फाइल हुए 13147 मामलों को डिलीट करने का फैसला लिया गया है. ये वो मुकदमे हैं जिनको डायरी नंबर मिल गया था, लेकिन याचिका में कमियों की वजह से ये लिस्ट नहीं हो पाईं. याचिकाकर्ताओं से रजिस्ट्री ने इन्हे सुधारने का निवेदन भी किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में लंबित 70000 से ज्यादा केसों में ये 13000 मामले कम हो जायेंगे. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित सुप्रीम कोर्ट में लंबे समय से पेंडिंग केसों की स्थिति को जांचने के लिए नई प्रणाली पर प्रयोग कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 19 अगस्त 2014 से लंबित कई ऐसे मामले सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में मिले, जिसमें सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं तो दाखिल कर दी गई हैं. लेकिन उन दाखिल याचिकाओं में आपत्तियों को हटाने के लिए याचिकाकर्ताओं के द्वारा कोई पहल नहीं की गई. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिकाओं में आपत्तियों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्री के द्वारा संबंधित पक्षकारों से और उनके वकीलों से रजिस्ट्री ने कई बार निवेदन किया. लेकिन उनके द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. हालांकि तमाम लंबित ऐसे याचिकाएं जिनमें याचिकाकर्ताओं के द्वारा या फिर वकीलों के द्वारा आपत्तियों को बार-बार निवेदन करने के बाद भी ना हटाने पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लेते हुए उन तमाम याचिकाओं को डिलीट करने का फैसला लिया है. देश के मुख्य न्यायाधीश ने यह फैसला इसलिए भी लिया है कि देश की सर्वोच्च अदालत में कई सालों से ऐसी याचिकाएं लंबित हैं, जिस पर ना तो सुनवाई हो पाई और ना ही उनमें आपत्तियों को हटाया गया. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट से लंबित याचिकाओं का बोझ कम करने के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Supreme CourtFIRST PUBLISHED : September 15, 2022, 22:26 IST