गांव से ली नर्सिंग की ट्रेनिंग अब बनी पहली ट्रांसजेंडर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर

Success Story: अगर कुछ करने की चाहत हो, तो परिस्थितियां जैसी भी, उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसी ही कहानी झारखंड की एक ट्रांसजेंडर की है, जो अब झारखंड की पहली ट्रांसजेंडर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर हैं.

गांव से ली नर्सिंग की ट्रेनिंग अब बनी पहली ट्रांसजेंडर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर
Success Story: कहते हैं न कि अगर कुछ करने की ठान लो तो कोई भी परिस्थितियां आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता है. ऐसी ही कहानी झारखंड की एक ट्रांसजेंडर की है. वह अपनी मां की इच्छा के अनुरूप नर्स बनना चाहती थीं, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से इसे पूरा नहीं कर सकीं. लेकिन कभी-कभी जब किस्मत साथ देती है, तो जिस चीज की उम्मीद नहीं भी होती है, वह पूरा हो जाता है. कुछ ऐसा ही इस ट्रांसजेंडर के साथ हुई और सरकार ने नौकरी में इनके लिए सीटें रिजर्व कर दी. इसका नतीजन वह झारखंड की पहली ट्रांसजेंडर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बन गई. इनका नाम अमीर महतो है. गांव में नर्सिंग की कर रखी हैं ट्रेनिंग झारखंड की पहली ट्रांसजेंडर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बनी अमीर महतो पश्चिमी सिंहभूम जिले से ताल्लुक रखती हैं. झारखंड सरकार ने ऐतिहासिक रूप से पहली बार एक ट्रांसजेंडर को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अमीर महतो को नियुक्ति पत्र सौंपा, जिससे वह काफी खुश नजर आए. संबलपुर गांव में नर्सिंग की ट्रेनिंग पूरी करने वाली महतो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नियुक्त 365 उम्मीदवारों में शामिल हैं. मां का सपना सच हो गया महतो ने कहा कि उनकी मां चाहती थीं कि वह नर्स बनें, लेकिन घर की आर्थिक तंगी के कारण वह इस पेशे को आगे नहीं बढ़ा सकीं. वह आगे कहती हैं कि मेरी मां का सपना सच हो गया है. मुझे भगवान से कोई शिकायत नहीं है. मैं वाकई बहुत खुश हूं और मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे झारखंड में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया जाएगा. मैं ऐसी पहल करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देती हूं. महतो की नियुक्ति के साथ ही झारखंड बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के बाद उन चंद राज्यों में शामिल हो गया है, जहां सरकारी विभागों में ट्रांसजेंडरों की नियुक्ति का प्रावधान है. पिछले साल सितंबर में झारखंड कैबिनेट ने ट्रांसजेंडरों के लिए सीटें आरक्षित करने को मंजूरी दी थी. राज्य सरकार ने थर्ड जेंडर के लिए शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नियुक्तियों में ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की परिकल्पना की है. ये भी पढ़ें… दिल्ली मेट्रो में बिना लिखित परीक्षा के पाएं नौकरी, 12वीं पास, डिप्लोमा होल्डर के लिए मौका, 65000 है मंथली सैलरी BPSC TRE 3 के 21, 22 जुलाई की आंसर की bpsc.bih.nic.in पर जल्द, ऐसे आसानी से करें डाउनलोड Tags: CM Hemant Soren, Jharkhand Government, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 16:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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