एक घटना ने इस लॉ स्टूडेंट को बना दिया हेलमेट मैन किताब के बदले बांटते हैं हेलमेट गडकरी भी कर चुके हैं तारीफ

राघवेंद्र के दोस्त कृष्ण कुमार की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. वह हेलमेट नहीं पहने थे और सिर में गंभीर चोट आई थी. इसके बाद से राघवेंद्र लोगों को हेलमेट पहनने के लिए जागरुक करते हैं और हेलमेट बांटते हैं.

एक घटना ने इस लॉ स्टूडेंट को बना दिया हेलमेट मैन किताब के बदले बांटते हैं हेलमेट गडकरी भी कर चुके हैं तारीफ
साल 2021 में 42,915 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट की वजह से हुई. साल 2020 की तुलना में 10% का इजाफा था. साल 2020 में 38,824 लोगों की जान रोड एक्सीडेंट में गई थी. डेटा भयावह स्थिति दिखा रहे हैं. तमाम एक्सपर्ट कहते हैं कि मौतों का ये आंकड़ा कम हो सकता है अगर लोग रोड सेफ्टी रूल को फॉलो करें और प्रॉपर हेलमेट लगाएं. ऐसे में एक शख्स लोगों को हेलमेट बांटता है, जिससे उनकी जान बच सके. शख्स का नाम है राघवेंद्र कुमार. बिहार के कैमूर के रहने वाले राघवेंद्र कहते हैं, वह साल 2009 में दिल्ली एलएलबी करने आए थे. इस दौरान ढेरों दोस्त बने, जिसमें कृष्ण कुमार भी एक थे. दोनों की दोस्ती हर दिन मजबूत होती गई. इस बीच साल 2014 में कृष्ण कुमार बाइक से ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से गुजर रहे थे, तभी पीछे से आ रही एक ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी. कृष्ण कुमार ने हेलमेट नहीं पहना था. उनके सिर पर गहरी चोट लगी. अस्पताल में 8 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद उनकी जान चली गई. इस घटना ने राघवेंद्र को जहां तोड़ा वहीं ये सीख दी कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को हेलमेट के लिए जागरुक करेंगे. उन्हें यकीन था कि उस दिन उनके दोस्त ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच जाती. एक थोड़ी सी चूक ने उससे उसका दोस्त छिन लिया. बस इसके बाद से वह हेलमेट बांटने के अभियान में लग गए और देखते-देखते लोग उन्हें हेलमेट मैन कहने लगे. राघवेंद्र इसके बाद हेलमेट बांटने के अभियान में लगे हुए थे. इसी बीच एक बच्चा अंग्रेजी में बात करते हुए मूंगफली बेच रहा था. उनसे उनकी बात हुई. उसकी काबिलियत देख राघवेंद्र ने उसे एक किताब खरीद कर दी और आगे बढ़ गए. उनका कहना है कि किसी महिला ने फोन कर उन्हें बताया कि जिस बच्चे को उन्होंने किताब दी थी, वह फर्स्ट आया है. इस दौरान उन्हें एक आइडिया आया. उन्होंने तय किया कि अब वह एक किताब के बदले, एक हेलमेट बांटेंगे. इस मुहिम की उन्होंने शुरुआत भी कर दी. अब वह किताब के बदले हेलमेट बांटते हैं और जो किताबें मिलती हैं, उन्हें वह गरीब बच्चों में बांट देते हैं. इससे उनका प्रयास एक तरफ बच्चों को पढ़ाने में मदद देने का भी है तो दूसरी तरफ लोगों की सुरक्षा भी हो जाती है. राघवेंद्र का दावा है कि वह अबतक 56 हजार से ज्यादा किताबें बांट चुके हैं. साथ ही वह सड़क सुरक्षा को लेकर लाख किताबें भी फ्री में बांट चुके हैं. राघवेंद्र का दावा है कि उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी है. सेविंग भी इसी अभियान में खर्च कर दिया है. यहां तक कि ग्रेटर नोएडा का अपना फ्लैट भी बेच दिया है. अब उनकी जिंदगी का उद्देश्य ही लोगों को हेलमेट बांटना और जागरुक करना है. उनका दावा है कि उन्होंने पत्नी के जेवर बेचकर एक ट्रक हेलमेट खरीदी और उन्हें ऐसे लोगों तक पहुंचाया जिनका चालान हेलमेट नहीं पहनने की वजह से कटा था. राघवेंद्र के काम की तारीफ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी कर चुके हैं. कई प्रशासनिक अधिकारी भी उनके काम की तारीफ कर चुके हैं. एक्टर सोनू सूद ने भी एक न्यूज चेनल में उनके काम की तारीफ की है. रोड सेफ्टी को लेकर वह सरकार से मांग करते हैं कि देश के किसी भी राज्य में टोल पर बिना हेलमेट यात्रा कर रहे लोगों को रोक दिया जाए. उन्हें आगे की यात्रा नहीं करनी दी जाए. इससे लोग मजबूर होकर हेलमेट पहनना शुरू कर देंगे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: up24x7news.com Hindi Originals, Traffic Alert, Traffic rulesFIRST PUBLISHED : August 16, 2022, 16:52 IST