सितारों के बीच सितारा: कर्नाटक के छात्रों ने सेटेलाइट को दिया अभिनेता पुनीत का नाम
सितारों के बीच सितारा: कर्नाटक के छात्रों ने सेटेलाइट को दिया अभिनेता पुनीत का नाम
स्वर्गीय कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार जो फिल्म जगत में सुपरसितारा की हैसियत रखते थे, जल्दी ही उनकी मौजूदगी आसमान के सितारों के बीच होगी. सरकारी स्कूल के छात्रों के समूह ने, जो एक उपग्रह बनाने की प्रक्रिया में शामिल है.
बेंगलुरु: स्वर्गीय कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार जो फिल्म जगत में सुपरसितारा की हैसियत रखते थे, जल्दी ही उनकी मौजूदगी आसमान के सितारों के बीच होगी. सरकारी स्कूल के छात्रों के समूह ने, जो एक उपग्रह बनाने की प्रक्रिया में शामिल है, जिसे जल्दी ही भारत के प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो की मदद से लॉन्च किया जाएगा, वे अपने इस सेटेलाइट का नाम बदलकर सेटेलाइट पुनीत कर रहे हैं. कर्नाटक के सरकारी स्कूल के छात्रों ने KGS3Sat नाम की इस सेटेलाइट परियोजना का नाम बदलकर दक्षिण के विख्यात अभिनेता के मरणोपरांत उनके सम्मान में उनके नाम पर रखने जा रहे हैं. इसे छात्रों ने 1.90 करोड़ की लागत से विकसित किया है, जिसे पूरा हो जाने पर श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा.
पिछले साल अक्टूबर में हुआ था अभिनेता का देहांत
पिछले साल 29 अक्टूबर को दिल का दौरा आने से अभिनेता पुनीत राजकुमार की मौत हो गई थी. राज्य सरकार का मानना है कि कर्नाटक राज्योत्सव (राज्य का दर्जा) दिवस पर कर्नाटक रत्न से सम्मानित करने के अलावा उपग्रह को उनके नाम पर करना उनके लिए एक उपयुक्त श्रद्धाजंलि होगी. भारत की आजादी के अमृत महोत्सव या 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जो बड़े सेटेलाइट लॉन्च कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया था. सेटेलाइट पुनीत उसी का एक हिस्सा है जिसे अंतरिक्षयात्री और खगोल भौतिविद बनने की चाह रखने वाले छात्रों ने बनाया है.
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राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री दी इसकी जानकारी
राज्य उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने कहा कि इसे नवंबर 5 और दिसंबर 31 के बीच कक्ष में लॉन्च किया जाएगा. मंत्री ने बताया कि सेटेलाइट कार्यक्रम की प्रतिक्रिया अभूतपूर्व रही, स्कूल और कॉलेज छात्र कई राज्य और जोनल स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होंगे, लेकिन केवल 1000 छात्रों का ही इस सेटेलाइट निर्माण मिशन में चयन किया जाएगा. उन्हें अंतिम प्रक्षेपण के लिए आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा. नारायण ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत भर में छात्रों द्वारा 75 सेटेलाइट लान्च करने की घोषणा की थी और KGS3Sat छात्रों द्वारा कर्नाटक के उल्लेखनीय योगदान में से एक होगा. उन्होंने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री की पहल के तहत लॉन्च होने वाला पहला सेटेलाइट होगा.
कर्नाटक मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने बेंगलुरु में मल्लेशवरम सरकारी स्कूल में स्थित परियोजना के ग्राउंड स्टेशन का जायजा लिया. वहीं सेटेलाइट कार्यक्रम के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी जारी है. इससे प्रभावित मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर स्कूल एक बड़ा सेटेलाइट डिजाइन और विकसित करने के लिए तैयार है तो राज्य सरकार उसका पूरा खर्च वहन करेगी.
पीएम मोदी द्वारा किया जाएगा लांच
सेटेलाइट का वजन करीब 1.5 किलो होगा जो प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किए जाने वाले 75 सेटेलाइट में से एक होगा. नारायण ने कहा कि, कुछ साल पहले तक किसी सेटेलाइट का वजन कम से कम 50 किलो और लागत 50 से 60 करोड़ होती थी, लेकिन अत्याधुनिक तकनीक की बदौलत यह संभव हो पाया है कि सेटेलाइट का वजन 1.5 किलो और लागत घट कर 1.9 करोड़ रह गई है.
छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी
छात्रों को इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से मुश्किल प्रशिक्षण से गुजरना पड़ेगा. वे उपग्रह पेलोड के पहलुओं से , नैनोसेटेलाइट से परिचित होंगे, बेंगलुरु में स्थित वैज्ञानिक संस्थानों का दौरा करेंगे, शीर्ष वैज्ञानिकों के साथ विचार साझा करेंगे, ग्राउंड स्टेशन पर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और अंत में श्रीहरिकोटा में सेटेलाइट लॉन्च के दौरान वहां मौजूद रहेंगे. छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होगी और जरूरी सामग्री के लिए वेब लिंक भी मुहैया करवाया जाएगा, छात्रों की कक्षाएं जल्दी ही शुरू होंगी.
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Tags: ISRO, ISRO satellite launch, Puneeth rajkumarFIRST PUBLISHED : November 01, 2022, 16:43 IST