70 साल बाद भारत में अब फिर दिखेंगे चीते नामीबिया से MP के इस नेशनल पार्क में लाए जाएंगे

मध्य प्रदेश अपने नए निवासियों, अफ्रीकी चीतों का स्वागत करने के लिए तैयार हो रहा है. उन्हें इंटरकांटिनेंटल ट्रांसलोकेशन प्रोजेक्ट के तहत लाया जा रहा है. सभी व्यवस्थाएं पहले ही हो चुकी हैं, लेकिन भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच समझौता अपने अंतिम चरण में है

70 साल बाद भारत में अब फिर दिखेंगे चीते नामीबिया से MP के इस नेशनल पार्क में लाए जाएंगे
हाइलाइट्सकरीब 70 साल बाद भारत में चीतों की वापसी होने जा रही है.नामीबिया से चीतों के ले आकर मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर नेशनल पार्क में रखा जाएगा.साल 1981 में स्थापित, कुनो नेशनल पार्क 748.76 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. नई दिल्ली. साल 1952 से भारत में विलुप्त हो चुके चीतों की एक बार फिर से वापसी होने जा रही है और इसके लिए भारत के मध्य प्रदेश में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. चीतों को इंटरकांटिनेंटल ट्रांसलोकेशन प्रोजेक्ट के तहत लाया जा रहा है. सभी व्यवस्थाएं पहले ही हो चुकी हैं, लेकिन भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच समझौता अपने अंतिम चरण में है और अधिकारियों के हस्ताक्षर अभी लंबित हैं. वाईवी झाला, भारतीय वन्यजीव संस्थान के डीन वाईवी झाला वर्तमान में नामीबिया के घटनाक्रम की देखरेख कर रहे हैं.  रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, “चीतों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से एयरलिफ्ट किया जाएगा और भारतीय राज्यों राजस्थान और मध्य प्रदेश में क्रमशः जयपुर या ग्वालियर हवाई अड्डों पर लाया जाएगा, यह देखते हुए कि कुनो नेशनल पार्क में उनके नए घर से उनकी निकटता है.” कथित तौर पर इन चीतों को श्योपुर जिले के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में एक नया घर मिलेगा. यह संभवत: ऐसे समय में होगा जब भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा. एक अन्य अधिकारी ने इसकी पुष्टि की और कहा कि चीतों को चार्टर्ड प्लेन में लाया जाएगा. उनके साथ जहाज पर दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के पशु चिकित्सक भी होंगे. इसके अलावा, जानवरों को जयपुर व ग्वालियर हवाई अड्डों से हेलिकॉप्टरों के माध्यम से कुनो में स्थानांतरित किया जाएगा. साथ ही, बैकअप एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है, यदि उन्हें सड़क मार्ग से ले जाने की आवश्यकता है. कुल यात्रा का समय लगभग 12 घंटे होने की उम्मीद है. वन्यजीव विशेषज्ञों ने चीतों के लिए उपयुक्त परिदृश्य के लिए भारत के मध्य प्रदेश में कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान की पहचान की. साल 1981 में स्थापित, कुनो नेशनल पार्क 748.76 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और कुनो नेशनल पार्क डिवीजन का एक हिस्सा है जो 1235.39 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है. कुनो नदी, चंबल नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है, जो राष्ट्रीय उद्यान मंडल को विभाजित करते हुए पूरी लंबाई में बहती है. मादा सहित 12 से 15 चीतों के आवास की तैयारी की जाती है. अधिकारियों ने शुरुआत में जानवरों को रखने के लिए पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में आठ डिब्बे रखे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Madhya pradesh news, NamibiaFIRST PUBLISHED : August 13, 2022, 23:18 IST