देसी खरबूजा है या पैसों का पेड़! एक बीघे में खर्च 6 हजार और मुनाफा लाखों का
देसी खरबूजा है या पैसों का पेड़! एक बीघे में खर्च 6 हजार और मुनाफा लाखों का
Desi Melon Farming: किसान मोहम्मद आदिल ने बताया कि वह एक बीघे में की लागत 5 से 6 हजार रुपये आती हैं. वहीं, मुनाफा करीब एक फसल पर दो से ढाई लाख रुपये तक हो जाता है. वह अपने किसान भाइयों से कहते हैं कि पारंपरिक तौर पर होने वाली देसी खरबूजे की खेती जरूर करें.
बाराबंकी: गर्मी के मौसम में ज्यादातर किसान विदेशी खरबूजे की फसल तैयार करते हैं. इनसे उन्हें खासा मुनाफा हो जाता है. वहीं, कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो देसी खरबूजे की फसल लगाते हैं. उनका मानना है कि इसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. देसी खरबूजे का स्वाद और उसकी रंगत अपने आप में अलग पहचान बनाता है.
आजकल किसान चीनी खरबूजे के पीछे भाग रहा है. लेकिन जो किसान देसी खरबूजे की खेती कर रहे हैं, उन्हें इस खेती से लाखों रुपये का सालाना मुनाफा हो रहा है. देसी खरबूजे की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि हम चाइनीस खरबूजे की खेती नहीं करते हैं. क्योंकि उसमें कोई स्वाद और लज्जत नहीं होता है. इसलिए हम बचपन से ही देसी खरबूजे की खेती करते हैं, जिसे लोग बड़े चाव से खरीदते हैं और खाना भी बहुत पसंद करते हैं.
देसी खरबूजे की खेती है फायदेमंद
जिले के इस प्रगतिशील किसान ने देसी खरबूजे की खेती में उन्हें कम लागत में मुनाफा अच्छा होता है, जिसके लिए वह कई सालों से खरबूजे की खेती करके लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं. जनपद बाराबंकी के सहेलियां गांव के रहने वाले किसान मोहम्मद आदिल करीब दो एकड़ में देसी खरबूजे की खेती कर रहे हैं. इस खेती से करीब उन्हें एक फसल पर दो से ढाई लाख रुपये मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, देसी खरबूजे की फसल 25 से 30 दिन चलती है.
एक बीघे में 6 हजार का खर्च और मुनाफा लाखों में
देसी खरबूजे की खेती करने वाले प्रगतिशील किसान मोहम्मद आदिल ने बताया कि देसी खरबूजे की खेती हमारे बाप दादा किया करते थे. वहीं, खेती आज हम कर रहे हैं. क्योंकि, जब से यह चाइनीस खरबूजा हमारे यहां आने लगा है. तब से देशी खरबूजे का रुतबा कम होता जा रहा है. इस खरबूजे में कभी मौसम की मार और कम पैदावार के चलते किसानों ने इसकी खेती कम कर दी है. पर जो देसी खरबूजा होता है यह खुशबूदार और स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है. यह चाइनीस खरबूजे से महंगा भी बिकता है. करीब हम दो एकड़ में देसी खरबूजे की खेती कर रहे हैं. एक बीघे में की लागत 5 से 6 हजार रुपये आती हैं. वहीं, मुनाफा करीब एक फसल पर दो से ढाई लाख रुपये तक हो जाता है. वह अपने किसान भाइयों से कहते हैं कि पारंपरिक तौर पर होने वाली देसी खरबूजे की खेती जरूर करें. इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
Tags: Agriculture, Farming, Local18FIRST PUBLISHED : May 16, 2024, 10:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed