Sawan 2022: नंदी के कानों में क्यों कहते हैं अपनी फरियाद शिव कृपा से जुड़ा है इसका रहस्य

सावन माह (Sawan Month) में भगवान शिव (Lord Shiva) की आराधना से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. नंदी के कानों में भी लोग अपनी बातें कहते हैं. ऐसा क्यों करते हैं? आइए जानते हैं इसका रहस्य.

Sawan 2022: नंदी के कानों में क्यों कहते हैं अपनी फरियाद शिव कृपा से जुड़ा है इसका रहस्य
हाइलाइट्सनंदी को भगवान शिव ने दिया था विशेष अधिकारनंदी हैं भगवान शिव के सबसे प्रिय गण मनीष दुबे. सावन के माह (Sawan Month) में भगवान शिव (Lord Shiva) की आराधना से हर मनोकामना की पूर्ति होती है. शिव जी जितने भोले हैं, उनते ही रहस्यमयी भी हैं. इनका स्वरूप, इनके प्रतीक और गण सब शिवमय हैं. भगवान शिव के सबसे प्रिय गण नंदी हैं. उन पर ही महादेव सवारी करते हैं. जो लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं, वे नंदी को भी प्रणाम करते हैं और उनके कानों में अपनी फरियाद कहते हैं. धार्मिक मान्यता है कि नंदी जी से आप जो भी अपनी मनोकामनाएं कहते हैं, वे सब भगवान शिव तक पहुंचाते हैं. शिव कृपा से वह मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. बाबा बैजनाथ की नगरी देवघर में बैद्यनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर नंदी जी विराजमान हैं और उनके ठीक बगल में है मंदिर का गर्भ गृह. यहां पर छोटे और बड़े चार नंदी बाबा हैं. कहा जाता है कि हर शिव मंदिर के मुख्यद्वार पर नंदी विराजमान होते हैं, इसलिए ये शिव जी के द्वारपाल कहलाते हैं. यह भी पढ़ें: सावन में शिवमय हो जाता है देवघर, जाने क्यों है इसका इतना महत्व नंदी पर शिव की विशेष कृपा पौराणिक कथाओं के अनुसार, सतयुग में भगवान भोलेनाथ ने नंदी से कहा था कि जब वे ध्यान और तपस्या में लीन रहें, तब कोई भी भक्त अपने मन की व्यथा और मनोकामनाएं तुम्हारे कान में कहेगा, वह सभी बातें मुझ तक पहुंच जाएंगी. यह भी कहते हैं कि भगवान शिव जब साधनारत रहते थे, तो माता पार्वती भी अपनी बातें नंदी के कानों में कहती थीं. यह भी पढ़ें: बेलपत्र का क्या महत्व है? जानें इसे तोड़ने और शिवलिंग पर चढ़ाने के नियम ‘नंदी हैं भगवान भोलेनाथ के पीए’ तब से य​​ह मान्यता है कि आप जो भी मनोकामनाएं नंदी के कान में कहेंगे, वह आपके आराध्य भगवान भोलेनाथ तक पहुंच जाएंगी. देवघर के शिव मंदिर में भी नंदी के कान में बोलने वालों का तांता लगा रहता है. मंदिर के पुजारी कहते हैं कि नंदी बाबा भोले के पीए हैं. भोलेनाथ तक अपनी अर्जी पहुंचानी हो, तो नंदी से बेहतर कोई विकल्प नहीं है. ऐसे में याद आते हैं नंदी श्रावण माह में देवघर में मेला लगता है और शिव भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है. कई बार तो ऐसा भी होता है कि भक्त अपने आराध्य भगवान शिव के दर्शन ठीक से नहीं कर पाते. तब वे याद करते हैं महादेव के प्रिय नंदी जी को. नंदी जी से वे अपनी बातें कहते हैं और इस उम्मीद से अपने घर जाते हैं कि शिव कृपा से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Lord Shiva, SawanFIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 15:41 IST