दोस्त की बहन की पर दिल हार बैठा पाक क्रिकेटर 2 साल किया इंतजार फिर

पाकिस्तान का पूर्व कप्तान दोस्त की बहन को देखते ही उसकी मासूमियत पर इस कदर फिदा हुआ कि उसे हमसफर बनाने की ठान ली. कहते हैं ना कि एक नजर में भी प्यार होता है. इस पाक क्रिकेटर के साथ भी ऐसा ही हुआ. 2 साल तक दोनों के बीच सिर्फ हेलो-हाय हुआ. लड़की के पैरेंट्स ने भी लड़की से उनकी मर्जी नहीं पूछी थी.

दोस्त की बहन की पर दिल हार बैठा पाक क्रिकेटर 2 साल किया इंतजार फिर
हाइलाइट्स सरफराज अहमद अपनी कप्तानी में टीम को चैंपियंस ट्रॉफी जिता चुके हैं दोस्त की बहन को सरफराज अहमद ने बनाया हमसफर नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को सैयदा खुशबख्त से पहली नजर में प्यार हो गया था. दोस्त की बहन की मासूमियत पर सरफराज दिल हार बैठे थे. 2 साल तक लब खामोश रहे. बाद में सरफराज ने हिम्मत जुटाई और आज दोनों पति पत्नी के तौर पर बेहतरीन जिंदगी जी रहे हैं. सरफराज की दोस्ती खुशबख्त के भाई से थी जो उनके साथ अंडर 12 क्रिकेट में खेलते थे. खुशबख्त के पिता क्रिकेट अंपायर थे, इसलिए सरफराज भी उन्हें जानते थे. हालांकि कुछ समय बाद खुशबख्त के भाई ने क्रिकेट से दूरी बना ली. ऐसे में सरफराज और खुशबख्त की भाई के बीच बातचीत भी बंद हो गई. किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) और खुशबख्त (Khushbakht) के भाई फिर 2009 में मिले. फिर खुशबख्त के भाई ने सरफराज को साल 2010 में अपने घर पर बुलाया. वहां पहुंचकर सरफराज ने पहली बार खुशबख्त को देखा. इसके बाद वह पहली नजर में ही खुशबख्त को दिल दे बैठे. सरफराज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह खुशबख्त की मासूमियत पर फिदा हो गए. इसके बाद बाबर का खुशबख्त के घर आने जाने का सिलसिला बढ़ता गया. खुशबख्त भी मन ही मन सरफराज को पसंद करने लगी थीं. दोनों एक दूसरे को चाहते थे लेकिन इनमें से कोई भी अपनी फैमिली को इस बारे में बताने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. VIDEO: पाकिस्तान के 2 खिलाड़ी आपस में भिड़े… जमकर हुई तू तू.. मैं मैं, साथी प्लेयर्स ना होते तो हो जाता अनर्थ! सरफराज अहमद ने मां को बताई दिल की बात दांए हाथ के बल्लेबाज सरफराज अहमद ने दो साल इंतजार करने के बाद आखिरकार एक रोज अपनी मां को अपनी दिल की बात बताई. बेटे की पसंद को सुनकर मां ने बिना देर किए खुशबख्त के घर पैगाम भेज दिया. क्योंकि वह भी अपने बेटे के लिए लड़की देख रही थीं. जब सरफराज ने उनसे खुद लड़की के बारे में कहा तो मानों मां की वर्षों की मुराद पूरी हो गई. खुशबख्त के घर वालों ने भी इस रिश्ते को खुशी खुशी स्वीकार कर लिया. सरफराज और खुशबख्त का रिश्ता 2012 में तय हो गया. साल 2015 में दोनों का निकाह हो गया. इस समय दोनों एक बेटे के पैंरेट्स हैं. खुशबख्त ने किया था ये खुलासा खुशबख्त ने सरफराज अहमद के साथ एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि जब उनकी शादी सरफराज से तयक की गई तो इस बारे में उनके माता पिता ने लड़की की मर्जी नहीं जाननी चाही. उन्होंने बेटी से बिना कुछ पूछे इस रिश्ते के लिए हामी भर दी थी. तब खुशबख्त ने कहा था कि जब सरफराज मेरे घर आते जाते थे तब यह बात साफ हो गई थी कि वह मुझे पसंद करने लगे थे. खुशबख्त के भाई बड़े सख्त थे इसलिए सरफराज और खुशबख्त के बीच इस दौरान हाय हैलो को छोड़कर कुछ ज्यादा बातें नहीं होती थीं. दोनों के बीच सिर्फ सलाम दुआ होती थी. शादी के बाद सरफराज की बदली किस्मत शादी के बाद सरफराज अहमद की किस्मत ने पलटी मारी. साल 2017 में अपनी कप्तानी में सरफराज ने पाकिस्तान को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी दिलाई. तब पाकिस्तान ने भारत को हराकर यह टूर्नामेंट अपने नाम किया. 36 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज पाकिस्तान के लिए 54 टेस्ट, 117 वनडे और 61 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. Tags: Pakistan cricket team, Sarfaraz AhmedFIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 16:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed