सपने से कम नहीं है इस खिलाड़ी का सफर तीन महीने में ही गाड़ दिए कामयाबी के झंडे

अनिरूद्ध शर्मा ने बताया कि तीन महीने में आर्म रैसलिंग ने जिंदगी ही बदल दी. डिस्ट्रिक से लेकर नेशलन लेवल तक में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहे. अब भारत की ओर से मलेशिया में होने वाले इंटरनेशनल चैंपियनशिप में खेलने जा रहे हैं. अनिरुद्ध की इस कामयाबी पर परिवार सहित उनके टीचर्स में भी खुशी की लहर है.

सपने से कम नहीं है इस खिलाड़ी का सफर तीन महीने में ही गाड़ दिए कामयाबी के झंडे
सहारनपुर. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला के रहने वाले अनिरुद्ध शर्मा ने महज तीन महीने की तैयारी में आर्म रैसलिंग में जिला से लेकर स्टेट तक गोल्ड मेडल जीत लिया. राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में ब्रोंज मेडल जीतकर अब अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में चयन हुआ है. आपको बता दें कि अनिरुद्ध शर्मा का जन्म 4 अगस्त 2010 को हुआ था. अनिरुद्ध शर्मा के पिता इंडियन आर्मी में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है, जबकि मां ग्रहणी है. तीन महीने में आर्म रैसलिंग ने  बदली दी जिंदगी  अनिरुद्ध शर्मा ने बताया कि लगभग 3 महीने पहले सहारनपुर में आर्म रैसलिंग प्रतियोगिता आयोजित हुई थी. जिसमें उनके कोच रवि कोरी ने आर्म रैसलिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि तीन दिन तैयारी की और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर गोल्ड जीत लिया.  गोल्ड मेडल जीतने के बाद आत्मविश्वास बढ़ गया. इसके बाद स्टेट लेवल पर हुई आर्म रैसलिंग प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल हासिल किया. इसके बाद राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेलने का मौका मिला. जहां ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. उन्होंने बताया कि तीन महीने में आर्म रैसलिंग ने जिंदगी ही बदल दी. अब भारत की ओर से मलेशिया में होने वाले इंटरनेशनल चैंपियनशिप में खेलने जा रहे हैं. अनिरुद्ध ने बताया कि शुरू से कबड्डी के खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन जब आर्म रैसलिंग में जोर आजमाइश की तो मेडल हाथ लगते चले गए. इसके बाद पीछे ना मुड़ने की ठान ली. अनिरुद्ध की कामयाबी परिवार को लगता है सपना राधा कृष्ण कॉलोनी के रहने वाले अनिरुद्ध शर्मा मात्र 14 साल के हैं और दसवीं कक्षा के छात्र हैं. अनिरुद्ध की इतनी कम उम्र में उपलब्धियां को देखकर उनके माता-पिता को भी एक सपने जैसा लगता है. अनिरुद्ध की माता रीता शर्मा का कहना है कि बेटा जब गोल्ड मेडल जीत रहा है तो उनको लगने लगा है कि उनका बच्चा बहुत आगे तक जाएगा. रीता शर्मा का कहना है कि जब उनका बेटा पहला गोल्ड लेकर आया था तो अपने पिता से फोन पर बात की थी. इसके बाद पिता बेहद खुश हुए थे. अनिरुद्ध की इस कामयाबी पर परिवार सहित उनके टीचर्स में भी खुशी की लहर है. Tags: Local18, Saharanpur news, Sports news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 16:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed