धार्मिक पेड़ों को बचाने की इस संस्था ने शुरू की है मुहिम रोजाना लगाते हैं पौधे
धार्मिक पेड़ों को बचाने की इस संस्था ने शुरू की है मुहिम रोजाना लगाते हैं पौधे
संवेदना मानव कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष विकास पुंडीर ने बताया कि काफी समय से इस बात को नोट कर रहे थे कि पौधारोपण तो सभी लोग करते हैं, लेकिन जो धार्मिक पेड़ है और जो भरपूर ऑक्सीजन देते हैं, इन पेड़ों की ओर किसी का भी कोई रुझान नहीं है. इसी के चलते ट्रस्ट ने धार्मिक पौधे लगाना शुरू किया. रोजाना 50-50 पीपल, पिलखन और बरगद के पौधे लगा रहे हैं.
सहारनपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रतिदिन पेड़ लगाए जा रहे हैं. लेकिन, उन पेड़ों में धार्मिक पेड़ शामिल नहीं किए जाते और ना ही धार्मिक पेड़ों को कोई अपनी कॉलोनी, अपने घरों के बाहर लगाना पसंद नहीं करते.
हालांकि, सहारनपुर की एक संस्था संवेदना मानव कल्याण ट्रस्ट जिसने केवल धार्मिक पेड़ों को ही लगाने का बीड़ा उठाया है. यह संस्था धार्मिक पेड़ों की उस प्रजाति को लगाने का काम कर रहे हैं जो विलुप्त होती जा रही है. संस्था की ओर से पीपल, बरगद, पिलखन आदि का पौधा लगाया जा रहा है. साथ ही लंबे समय से फलदार पौधे को भी लगातते आ रहे हैं.
इस वजह से लगा रहे हैं धार्मिक पौधे
संवेदना मानव कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष विकास पुंडीर ने लोकल 18 को बताया कि यह संस्था कई वर्षों से पौधरोपण का कार्य कर रही है. जिसमें फलदार, छायादार, फूलदार और औषधीय पौधे शामिल हैं. उन्होंने बताया कि काफी समय से इस बात को नोट कर रहे थे कि पौधारोपण तो सभी लोग करते हैं, लेकिन जो धार्मिक पेड़ है और जो भरपूर ऑक्सीजन देते हैं, इन पेड़ों की ओर किसी का भी कोई रुझान नहीं है.. इसी के चलते संवेदना मानव कल्याण ट्रस्ट के लोगों ने सोचा कि क्यों ना धार्मि पौधे को ही लगाया जाए. संस्था के द्वारा रोजाना 50 पीपल के, 50 पिलखन के और 50 बरगद के पौधे विभिन्न स्थानों पर लगाया जा रहा है.
धर्मिक पेड़ों पर ब्रह्मा और विष्णु के साथ महेश करते हैं निवास
पीपल पेड़ के जड़ में विष्णु जी, तने में केशव, शाखओं में नारायण, पत्तों में भगवान हरि और फलों में सभी देवता निवास करते हैं. पीपल का वृक्ष भगवान विष्णु स्वरूप है. महात्मा इस वृक्ष की सेवा करते हैं और यह वृक्ष मनुष्यों के पापों को नष्ट करने वाला है. इसके साथ ही पीपल में पितरों और तीर्थों का निवास होता है. जबकि बरगद के पेड़ में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है. इसलिए, इसकी पूजा करने से त्रिदेवों का आशीर्वाद मिलता है. बरगद के पेड़ की जड़ें ब्रह्मा, तना विष्णु और डालियां शिव का प्रतीक है. वहीं पेड़ की नीचे लटकी शाखाओं को मां सावित्री माना जाता है. तीज में पिलखन के पेड़ की पूजा की जाती है. इस पेड़ की पूजा करने से गांव में सुख-शांति आती है और बड़ी अप्रिय घटनाएं नहीं होती है.
Tags: Local18, Oxygen Plant, Saharanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 13:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed