इस गौशाला में बेकार नहीं जाता गोबर तैयार होती है बिजली खुद CM कर चुके तारीफ
इस गौशाला में बेकार नहीं जाता गोबर तैयार होती है बिजली खुद CM कर चुके तारीफ
Kanha Upvan Gaushala Saharanpur: कान्हा उपवन गौशाला में 550 गोवंश हैं, जिनमें कुछ दुधारू हैं. यहां गायों के गोबर से उत्पन्न बायोगैस का उपयोग कर बिजली बनाई जाती है, जिससे चारा काटने की मशीन, सबमर्सिबल पंप और गायों के ऊपर लगे पंखों को चलाया जाता है. इस गौशाला की खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तारीफ की है.
अंकुर सैनी/सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की सहारनपुर स्थित कान्हा उपवन गौशाला राज्य की नंबर एक आत्मनिर्भर गौशाला के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है. इस गौशाला में गायों के गोबर से बिजली का उत्पादन किया जा रहा है, जो इसे खास बनाता है. सहारनपुर नगर निगम ने यहां बिजली बनाने के लिए एक बायोगैस प्लांट लगाया है, जिससे उत्पन्न बिजली का उपयोग गौशाला की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस गौशाला का दौरा किया और इस पहल की सराहना की है.
कान्हा उपवन गौशाला में 550 गोवंश हैं, जिनमें कुछ दुधारू हैं. यहां गायों के गोबर से उत्पन्न बायोगैस का उपयोग कर बिजली बनाई जाती है, जिससे चारा काटने की मशीन, सबमर्सिबल पंप और गायों के ऊपर लगे पंखों को चलाया जाता है.
गोबर से बिजली उत्पादन की प्रक्रिया
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप कुमार मिश्रा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि सहारनपुर के गांव नवादा में स्थित इस गौशाला में नगर निगम द्वारा 50 किलोवाट का बायोगैस संयंत्र लगाया गया है. इस संयंत्र में गायों का गोबर इकट्ठा करके उससे गैस का उत्पादन किया जाता है, और फिर उस गैस से बिजली पैदा की जाती है.
3 कुंतल गोबर में बनती है इतनी बिजली
उत्पन्न बिजली का उपयोग गौशाला के भीतर चारा काटने की मशीनों, सबमर्सिबल पंप और पंखों के संचालन के लिए किया जाता है, जिससे गौशाला के दैनिक कार्य बिना बाहरी बिजली पर निर्भर हुए चलते रहते हैं. संदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि रोजाना 5 से 6 घंटे तक इस प्लांट से तैयार बिजली का उपयोग होता है, और इसके लिए हर दिन 2 से 3 कुंतल गोबर का इस्तेमाल किया जाता है. इस पहल से न केवल बिजली उत्पादन बढ़ा है, बल्कि बिजली की खपत को भी कम किया गया है, जिससे यह गौशाला आत्मनिर्भर हो चुकी है.
Tags: Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 16:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed