बाजार के उठापटक से लग रहा डर! यहां बिना जोखिम के 35 फीसदी से ज्‍यादा रिटर्न

Investment Tips : पिछले कुछ समय से बाजार में जारी उठापटक ने शेयर बाजार और म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. ज्‍यादातर निवेशक अब सुरक्षित ठिकानों की तलाश करने लगे हैं. अगर आप भी ऐसे किसी विकल्‍प की तलाश में हैं तो हम कुछ बेहतर ऑप्‍शन बता रहे हैं.

बाजार के उठापटक से लग रहा डर! यहां बिना जोखिम के 35 फीसदी से ज्‍यादा रिटर्न
नई दिल्‍ली. पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में लगातार उठापटक जारी है. ऐसे में अगर आप भी बाजार को लेकर चिंतित हैं और आपने पैसे को सुरक्षित बनाना चाहते हैं तो नए विकल्‍प में निवेश कर सकते हैं. आगे भी बाजार में गिरावट के संकेत दिखने के साथ म्यूचुअल फंड निवेशक भी निवेश करने के लिए सुरक्षित रास्ते तलाश रहे हैं. एसेट अलोकेशन और स्थिरता को देखते हुए ज्‍यादातर लोग हाइब्रिड फंडों की ओर रुख कर रहे हैं. यही कारण है कि हाइब्रिड फंडों का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) इस साल अगस्त में 8.61 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में अभूतपूर्व वृद्धि इन फंडों के नेचर पर निर्भर करती है. हाइब्रिड फंड दो या दो से अधिक एसेट क्लास में निवेश करते हैं, जिनमें आमतौर पर मुख्य रूप से इक्विटी और डेट के अलावा सोना और चांदी जैसी कमोडिटीज भी शामिल होती हैं. ये फंड जोखिम और रिटर्न को संतुलित करने के लिए विविधीकरण और एसेट अलोकेशन का ऑफर करते हैं. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड अनिवार्य रूप से एक ही उत्पाद में कई एसेट क्लास में से सर्वश्रेष्ठ रिटर्न की पेशकश करने का प्रयास करते हैं. ये भी पढ़ें – भोजन के पैसे से खरीदी मुंहासे की दवा, दारू के गिलास, कंपनी को पता चला तो गई सबकी नौकरी बाजार चढ़े या गिरे…नुकसान नहीं जब बाजार ऊंचाई पर होते हैं, तो फंड में इक्विटी अच्छा रिटर्न देता है, जबकि डेट स्थिरता प्रदान करता है. ये फंड इक्विटी के माध्यम से लंबे समय में बेहतर रिटर्न और डेट के माध्यम से अल्पकालिक स्थिरता और नियमित आय प्राप्त करने में मदद करते हैं. हाइब्रिड फंड कई लाभ प्रदान करते हैं. इनमें पूंजी में वृद्धि भी शामिल है, क्योंकि इक्विटी से धन बढ़ता है. फंड के डेट हिस्से के कारण निवेशकों को कम अस्थिरता से भी लाभ होता है. एक साथ कई जगह जाता है पैसा हाइब्रिड फंड आपके निवेश को विविधीकरण देते हैं, जो एक महत्वपूर्ण लाभ है. ये फंड न केवल विभिन्न एसेट क्लास में बल्कि सब क्लास जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में भी विविधता लाते हैं. हाइब्रिड फंड सक्रिय पुनर्संतुलन की भी पेशकश करते हैं, जिससे फंड प्रबंधकों को निवेशकों के लिए रिटर्न को अनुकूलित करने के लिए उभरती बाजार स्थितियों के जवाब में पोर्टफोलियो को समायोजित करने में मदद मिलती है. किसने दिया सबसे ज्‍यादा रिटर्न अगर रिटर्न की बात करें तो इस समूह में अग्रणी निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड कई ऑप्‍शन पेश करता है. इसमें निप्पॉन इंडिया मल्टी एसेट एलोकेशन फंड, निप्पॉन इंडिया एसेट एलोकेशन एफओएफ, निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड, निप्पॉन इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड और निप्पॉन इंडिया इक्विटी हाइब्रिड फंड जैसे कई हाइब्रिड फंड आते हैं. इनमें कुछ फंडों ने पिछले एक साल में आकर्षक रिटर्न दिया है. निप्पॉन इंडिया में 35.82%, निप्पॉन इंडिया बीएएफ में 25.75% का रिटर्न मिला है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एसबीआई, कोटक म्यूचुअल फंड और आदित्य बिड़ला जैसे फंड हाउस भी कई हाइब्रिड फंड पेश करते हैं. Tags: Business news, Mutual fund, Mutual fund investors, Share marketFIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 18:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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