10 लेन वाले इस हाईवे पर सबसे ज्‍यादा तोड़ते हैं ट्रैफिक फाइन भी नहीं भरते

Traffic Rule Violation : ट्रैफिक के रूल तोड़ना कोई नई बात नहीं है, लेकिन देश के एक हाईवे पर तो लोगों ने नियम तोड़ने का रिकॉर्ड ही बना दिया है. आलम ये है महज 119 किलोमीटर के इस हाईवे पर रोजाना औसतन 1,200 लोगों ने ट्रैफिक नियमों को तोड़ा है.

10 लेन वाले इस हाईवे पर सबसे ज्‍यादा तोड़ते हैं ट्रैफिक फाइन भी नहीं भरते
नई दिल्‍ली. हाईवे और एक्‍सप्रेसवे पर ट्रैफिक रूल तोड़ना कोई नई बात नहीं है, लेकिन देश का एक हाईवे ऐसा भी है जहां लोगों ने ट्रैफिक रूल तोड़ने का रिकॉर्ड ही बना डाला. कर्नाटक के गृह मंत्रालय ने हाल में आंकड़े जारी कर इसकी जानकारी दी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों ने इस हाईवे पर रोजाना औसतन 1,200 बार ट्रैफिक रूल तोड़ा है और 3 साल में तो इसका रिकॉर्ड ही बना डाला है. कर्नाटक गृह विभाग के अनुसार, बैंगलोर-मैसूर हाईवे पर लगे कैमरों ने बीते 3 साल में रोजाना औसतन 1,200 ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को कैप्‍चर किया है. यह हाईवे करीब 119 किलोमीटर लंबा है और इसकी खास बात है कि यह 10 लेन का बना हुआ है. बैंगलोर गृह विभाग ने बताया कि हाईवे पर लगे इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के कैमरों ने 2022 से 2024 के बीच 13 लाख ट्रैफिक उल्लंघन दर्ज किए हैं, जो प्रतिदिन औसतन 1,200 के आसपास है. ये भी पढ़ें – भर गया सरकार का खजाना! दिसंबर से 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा जीएसटी कलेक्‍शन, सबसे ज्‍यादा कहां से कमाई 90 करोड़ का लगा जुर्माना इन ऑटोमेटिंक कैमरों ने ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले वाहन चालकों पर करीब 90 करोड़ रुपये का जुर्माना भी ठोका है, लेकिन इसमें से सिर्फ 4 करोड़ रुपये की वसूली ही अब तक हो सकी है. सिर्फ साल 2024 में ही अधिकारियों ने 4.1 लाख ट्रैफिक रूल तोड़ने के मामले दर्ज किए और 24 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया. हालांकि, इनमें से भी अब तक केवल 15,000 मामलों का निपटारा हुआ और 1 करोड़ की वसूली हो सकी है, जबकि 23 करोड़ रुपये का जुर्माना अभी बाकी है. सबसे ज्‍यादा कौन से रूल तोड़े इन ट्रैफिक रूल उल्लंघनों में सबसे ज्यादा मामले सीट बेल्ट न पहनने के हैं, जिनकी संख्या 7 लाख है. इसका मतलब है कि आधे से ज्‍यादा मामले सीट बेल्‍ट न पहनने वालों के हैं. इसके बाद ओवरस्पीडिंग (2 लाख मामले), लेन अनुशासन उल्लंघन (1 लाख मामले) और ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग (23,000 मामले) आते हैं. पिछले तीन वर्षों में कुल 13 लाख मामले दर्ज किए गए, लेकिन इनमें से केवल 74,000 मामलों का ही निपटारा हो सका है. 12 कैमरों ने पकड़े 13 लाख मामले कर्नाटक ट्रैफिक और रोड सेफ्टी विभाग ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस ITMS कैमरे लगाए हैं. ऐसे कुल 12 ऐसे कैमरे हाईवे पर लगाए गए हैं. कैमरे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की तस्वीरें खींचते हैं और वाहन के पंजीकरण नंबर का उपयोग करके तुरंत मालिक को एसएमएस भेजते हैं, जिसमें उल्लंघन और लागू जुर्माने की जानकारी होती है. हालांकि, कई वाहन चालकों ने एआई कैमरों की गलती की वजह से गलत तरीके से जुर्माना लगाने की बात भी कही है. इसका निपटारा भी किया जा रहा है. Tags: Business news, Traffic fines, Traffic rulesFIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 16:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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