पीयूष गोयल ने की ब्‍याज दर घटाने की अपील तो आरबीआई गवर्नर ने भी रख ली बात

CNBC-TV18 Global Leadership Summit : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को स्थिर बताया है. उन्‍होंने कहा कि हमारी रेट एक्‍सचेंज पॉलिसी और फाइनेंशियल सिस्‍टम काफी स्थिर है, लिहाजा अर्थव्‍यवस्‍था बहुत आराम से आगे बढ़ेगी.

पीयूष गोयल ने की ब्‍याज दर घटाने की अपील तो आरबीआई गवर्नर ने भी रख ली बात
 नई दिल्‍ली. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल गुरुवार को एक मुद्दे पर आमने-सामने आ गए. CNBC-TV18 Global Leadership Summit में पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने आरबीआई गवर्नर के सामने ही रेपो रेट घटाने की अपील कर डाली, इस पर गवर्नर ने भी उनकी बात रखते हुए कहा कि दिसंबर में होने वाली एमपीसी बैठक में इस बात पर विचार किया जाएगा. अगर अगली बैठक में आरबीआई गवर्नर रेपो रेट में कटौती करते हैं तो निश्चित रूप से यह आम आदमी के लिए बड़ी राहत वाली बात होगी, क्‍योंकि सभी तरह के खुदरा लोन की ईएमआई घट जाएगी. समिट में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था आराम से आगे बढ़ रही है, क्‍योंकि हमारा फाइनेंशियल सिस्‍टम बहुत मजबूत है. उन्‍होंने कहा, ‘वैश्विक चुनौयितों के बावजूद भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था आराम से आगे बढ़ रही है, क्‍योंकि हमारा वित्‍तीय तंत्र काफी मजबूत और स्थिर है. हमारा अनुमान है कि इस साल भी ग्‍लोबल ट्रेड काफी ज्‍यादा रहने वाला है, जबकि चुनौतियां बरकरार हैं.’ अगले महीने होने वाली एमपीसी बैठक में ब्‍याज दरें घटाने की बात पर उन्‍होंने कहा कि मैं आज भी पॉलिसी रेट को लेकर अपनी बात पर कायम रहना चाहूंगा. लेकिन, अगली बैठक में माननीय केंद्रीय मंत्री की अपील पर भी विचार किया जाएगा. ये भी पढ़ें – अकेले इस देश से भारत को मिलता है 5 लाख करोड़ का बिजनेस, 5.23 लाख रोजगार, कभी दोनों में थी ‘दुश्‍मनी’ भरा है आरबीआई का भंडार शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी दुनिया में चौथे नंबर पर है और हमारे पास 12 महीने का सामान आयात करने जितना रिजर्व है. इतना ही नहीं हमारी एक्‍सचेंज रेट पॉलिसी भी पूरी तरह दायरे में चल रही है, जो अर्थव्‍यवस्‍था की मजबूती की ओर इशारा करती है. मनी रेट और रेपो रेट दोनों ही एक-दूसरे के समानांतर चल रहे हैं, लिहाजा मनी मार्केट को लेकर भी चिंता की कोई बात नहीं है. गौरतलब है कि डॉलर के मुकाबले रुपया अभी सर्वकालिक निचले स्‍तर पर चल रहा है, बावजूद इसके आरबीआई ने इसे चिंता की बात नहीं बताई है. आरबीआई गवर्नर ने अर्थव्‍यवस्‍था पर अपनी बात रखी. असर डाल रहा क्‍लाइमेट चेंज आरबीआई गवर्नर ने कहा कि उभरती अर्थव्‍यवस्‍थाओं के फाइनेंशियल सिस्‍टम को हमेशा नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. अभी क्‍लाइमेट चेंज का असर हमारे फाइनेंशियल सिस्‍टम पर दिख रहा है, लेकिन हम इसके जोखिम से निपटने की तैयारी कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि एमपीसी ने अक्टूबर में अपनी बैठक में रुख बदलकर ‘तटस्थ’ करने का फैसला किया था, जो हमारे रुख में अधिक लचीलेपन को दिखाता है. केंद्रीय बैंकों की चुनौतियां गंभीर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी केंद्रीय बैंकरों के लिए चुनौतियां बहुत अधिक हैं. लिहाजा हमें एक ओर बहुत कम या बहुत देर से करने और दूसरी ओर बहुत अधिक और बहुत जल्दी करने के बीच में से एक चुनना होता है. इस चुनौतीपूर्ण माहौल में विश्व स्तर पर सरकारी बांड जारी करने की दर बढ़ रही है, भले ही कई उन्नत अर्थव्यवस्थाओं ने आसान रास्ता अपना लिया है. इसकी वजह से सरकारों के ऊपर कर्ज भी बढ़ सकता है. ग्‍लोबल इकनॉमी पर भले ही अभी दबाव दिख रहा हो, लेकिन इस साल भी वैश्विक व्यापार ज्‍यादा रहने का अनुमान है. Tags: Business news, Reserve bank of india, Shaktikanta DasFIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 12:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed