कांग्रेस सरकार ने 10 साल में पैदा किए 3 करोड़ रोजगार मोदी काल में कितने जॉब

Employment Data : देश में रोजगार की वृद्धि को लेकर हाल में जारी आंकड़े देखें तो पता चलता है कि पिछले 10 साल में इसमें उल्‍लेखनीय वृद्धि हुई है. इससे पहले संप्रग सरकार के दौरान यह आंकड़े काफी सुस्‍त गति से चल रहे थे.

कांग्रेस सरकार ने 10 साल में पैदा किए 3 करोड़ रोजगार मोदी काल में कितने जॉब
नई दिल्‍ली. कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दर गाहे-बगाहे मोदी सरकार पर बेरोजगारी को लेकर तंज कसते रहते हैं. इसका जवाब देने के लिए केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने गुरुवार को जब आंकड़े पेश किए तो सभी की आंखें खुली रह गईं. मांडविया ने कहा कि देश में रोजगार पिछले 10 साल में 36 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 64.33 करोड़ रहा है, जो 2014-15 में 47.15 करोड़ था. यह राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के कार्यकाल के दौरान रोजगार सृजन की स्थिति में सुधार को दर्शाता है. उन्‍होंने बताया कि कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार के तहत 2004 से 2014 के बीच रोजगार में लगभग 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. संप्रग सरकार के दौरान 2004 से 2014 के बीच सिर्फ 2.9 करोड़ अतिरिक्त नौकरियां सृजित हुईं, जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार के तहत 2014-24 के बीच 17.19 करोड़ नौकरियां जोड़ी गईं. यह करीब 6 गुना ज्‍यादा की वृद्धि दिखाता है. ये भी पढ़ें – भर गया सरकार का खजाना! दिसंबर से 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा जीएसटी कलेक्‍शन, सबसे ज्‍यादा कहां से कमाई एक साल में 4.6 करोड़ रोजगार मंत्री ने कहा कि सिर्फ पिछले एक साल (2023-24) में ही देश में लगभग 4.6 करोड़ नौकरियां सृजित हुई हैं. कृषि क्षेत्र के बारे में कहा कि संप्रग कार्यकाल के दौरान 2004 से 2014 के बीच रोजगार में 16 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि राजग कार्यकाल के तहत 2014 से 2023 के बीच इसमें 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. संप्रग कार्यकाल में 2004 से 2014 के बीच विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सिर्फ 6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि राजग कार्यकाल में 2014-2023 के बीच इसमें 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई. सर्विस सेक्‍टर ने दिखाया दम उन्होंने कहा कि संप्रग कार्यकाल के दौरान 2004 से 2014 के बीच सेवा क्षेत्र में रोजगार 25 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जबकि मोदी कार्यकाल के दौरान 2014 से 2023 के बीच इसमें 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस तरह बेरोजगारी दर घटकर 2023-24 में 3.2 प्रतिशत पर आ गई, जो 2017-18 में छह प्रतिशत थी. वहीं रोजगार दर यानी कामकाजी आबादी अनुपात बढ़कर 2023-24 में 58.2 प्रतिशत हो गया, जो 2017-18 में 46.8 प्रतिशत था. तेजी से बढ़ा श्रम बल मांडविया ने बताया कि श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) बढ़कर 2023-24 में 60.1 प्रतिशत हो गई जो 2017-18 में 49.8 प्रतिशत थी. संगठित क्षेत्र में नौकरी में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या में वृद्धि के बारे में यह भी बताया कि पिछले सात साल में (सितंबर 2017-सितंबर 2024 के बीच) 4.7 करोड़ से अधिक युवा (आयु 18-28 वर्ष) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े. Tags: Business news, Job opportunity, Jobs newsFIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 16:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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