इस खेती से किसान बन जाएंगे मालामाल उद्यान विभाग दे रहा बंपर अनुदान

जिला उद्यान अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा  मिशन योजना के तहत किसानों को केले की खेती कराई जाती है. किसानों को इसका लाभ प्राप्त करने के लिए हॉर्टिकल्चर पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा.

इस खेती से किसान बन जाएंगे मालामाल उद्यान विभाग दे रहा बंपर अनुदान
अतीश त्रिवेदी/लखीमपुर खीरी: राज्य सरकार की ओर से केले की खेती पर जिले के किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. यह जानकारी जिला उद्यान अधिकारी लखीमपुर मृत्युंजय सिंह द्वारा दी गई है. उन्होंने बताया कि किसानों का रुझान केले की खेती की ओर तेजी से बढ़ रहा है. लखीमपुर जनपद में अधिकांश किसान अब केले की खेती कर लाखों रुपए कमा रहे हैं. केले की खेती से उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा है. राज्य सरकार केले की खेती करने के लिए अनुदान भी दे रही है. लखीमपुर जनपद को चीनी का कटोरा कहा जाता है और अधिकांश किसान गन्ने की खेती करते हैं, परंतु अब किसानों ने केले की खेती करना शुरू कर दिया है. किसान यदि ऐसे करें केले की खेती, तो हो जाएंगे मालामाल, जानिए खेती का सही तरीका ऐसे होगा पंजीकरण वहीं जिला उद्यान अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा  मिशन योजना के तहत किसानों को केले की खेती कराई जाती है. किसानों को इसका लाभ प्राप्त करने के लिए हॉर्टिकल्चर पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा. उसके बाद पहले आओ और प्रथम पाओ के आधार पर उनका चयन किया जाता है. फिर उनका सत्यापन कर डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में धनराशि डाली जाती है. केले की खेती में एक एकड़ में  लागत 102000 आती है,  इसका 40 प्रतिशत अनुदान दो वर्षों में दिया जाता है. पहले वर्ष में 30738 रुपए उनके खाते में  डाले जाते हैं.  करीब 1 हेक्टेयर में 3086 पौधे रोपित होते हैं. वहीं दूसरे वर्ष पर 10240 रुपये अनुदान दिया जाता है. उसमें उर्वरक रसायन इस्तेमाल करते हैं.  किसानों को  इस प्रकार पहले वर्ष रोपड़ सामग्री पर दूसरे वर्ष रसायन पर अनुदान दिया जाता है. डीबीटी योजना लागू राज्य औद्यानिक मिशन योजना के तहत किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न लाभकारी कृषि उत्पादन के लिए पहले प्रशिक्षण दिलाया जाता है. इसकी जिम्मेदारी जिला उद्यान विभाग को सौंपी गई है. उन्हें पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 12:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed