Road Accident: 2021 में 16 लाख लोगों ने गवाई जान टू व्हीलर सवार की संख्या सबसे ज्यादा NCRB की रिपोर्ट में खुलासा

Road Accident in India: सड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 426 या हर घंटे 18 लोगों की जान जाती है, यह आंकड़ा किसी भी साल में अब तक का सबसे अधिक है. पिछले साल सड़क दुर्घटनाओं में 1.56 लाख के करीब मौत दर्ज किया गया था. यह 2019 के पूर्व-महामारी के दौरान मारे गए लोगों की संख्या को पार कर गया. आंकड़ों से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए प्रत्येक 100 व्यक्तियों में से कम से कम 44 टू व्हीलर सवार थे.

Road Accident: 2021 में 16 लाख लोगों ने गवाई जान टू व्हीलर सवार की संख्या सबसे ज्यादा NCRB की रिपोर्ट में खुलासा
हाइलाइट्ससड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 426 या हर घंटे 18 लोगों की जान जाती है. सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए प्रत्येक 100 व्यक्तियों में से कम से कम 44 टू व्हीलर सवार थे.सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए टू व्हीलर सवार लोगों की कुल संख्या 69,240. नई दिल्ली. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने भारत में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर नई रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में रोड एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले लोगों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. सड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 426 या हर घंटे 18 लोगों की जान जाती है, यह आंकड़ा किसी भी साल में अब तक का सबसे अधिक है. पिछले साल सड़क दुर्घटनाओं में 1.56 लाख के करीब मौत दर्ज किया गया था. यह 2019 के पूर्व-महामारी के दौरान मारे गए लोगों की संख्या को पार कर गया. आंकड़ा यह दर्शाता है कि सड़क पर होने वाली मौतों को कम करना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक सड़क हादसों की बढ़ती संख्या एक बड़ी चिंता है. NCRB द्वारा जारी आंकड़ों ने हाल के वर्षों में देश में टू व्हीलर और पैदल चलने वालों की मौतों की हिस्सेदारी में लगातार वृद्धि की चिंताजनक प्रवृत्ति की ओर इशारा किया है. आंकड़ों से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए प्रत्येक 100 व्यक्तियों में से कम से कम 44 टू व्हीलर सवार थे. सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए टू व्हीलर सवार लोगों की कुल संख्या 69,240 रही, जो 2019 की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है. तमिलनाडु में टू व्हीलर सवार लोगों की मौत की संख्या सबसे ज्यादा अकेले तमिलनाडु में टू व्हीलर सवार लोगों की मौत की संख्या पूरे देश की संख्या का लगभग 12 प्रतिशत है. इसके बाद यूपी का स्थान है, यहां आंकड़ा 10 प्रतिशत है. पिछले चार वर्षों के आंकड़ों के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चलता है कि टू व्हीलर चालकों की मौत का हिस्सा 2018 में 35.7 प्रतिशत से बढ़कर 2021 में 44.5 प्रतिशत हो गया है. टोटल व्हीलर की संख्या में टू व्हीलर की हिस्सेदारी 2014 के बाद से लगभग 73 से 75 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहने के बावजूद आंकड़ों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. एक मजबूत पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के अभाव में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसपोर्ट के लिए टू व्हीलर अभी भी सबसे पसंदीदा और किफायती साधन है. गौरतलब है कि हेलमेट पहनने के नियमों को लागू करने के अलावा दोपहिया वाहनों में सवारों की सुरक्षा के लिए कोई अन्य सुविधा नहीं है. यूपी में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें दर्ज सड़क दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप 2021 के दौरान 3,73,884 लोग घायल हुए और 1,73,860 लोग मारे गए. उत्तर प्रदेश में 24,711 मौतें के बाद तमिलनाडु में 16,685 मौतें और महाराष्ट्र में 16,446 मौतों ने देश में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई है. इन तीन राज्यों में सड़क दुर्घटनाओं में क्रमशः 14.2 प्रतिशत, 9.6 प्रतिशत और 9.5 प्रतिशत मौतें हुई है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: NCRB, Road accidentFIRST PUBLISHED : August 30, 2022, 09:26 IST