इस खेती से किसान बन जाएंगे मालामाल कम पानी है होती है बंपर पैदावार

बाजरा  कम पानी में उगने वाली फसल है. यह स्वास्थ्यवर्धक और पोषक तत्वों से भरपूर होती है . इसकी बाजार में मांग बढ़ती जा रही है. सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए यह फसल उपयुक्त है.

इस खेती से किसान बन जाएंगे मालामाल कम पानी है होती है बंपर पैदावार
अंजू प्रजापति/रामपुर: देशभर के किसान अब मोटे अनाज की खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जिसमें बाजरा मुख्य फसल बनकर उभरी है. विशेषज्ञों के अनुसार बाजरा की खेती से न केवल किसानों को आर्थिक लाभ मिलता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है. बाजरा की फसल सूखा-प्रतिरोधी होती है और कम पानी में भी अच्छी पैदावार देती है, जिससे सूखा प्रभावित क्षेत्रों में भी यह एक बेहतरीन विकल्प बन गयी है. साथ ही बाजार में बाजरा की मांग बढ़ रही है, जो किसानों के लिए मुनाफे का सुनहरा अवसर  है. बाजरा की खेती के लाभ बाजरा  कम पानी में उगने वाली फसल है. यह स्वास्थ्यवर्धक और पोषक तत्वों से भरपूर होती है . इसकी बाजार में मांग बढ़ती जा रही है. सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए यह फसल उपयुक्त है. कैसे करें बाजरे की खेती  बाजरा की बुवाई मानसून के शुरुआती समय में करना सबसे लाभकारी होता है. बाजरा के लिए हल्की और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी उत्तम होती है. बुवाई से पहले खेत को ठीक से जोतें और खाद डालें.  इस फसल को ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है. आवश्यकतानुसार 2-3 बार सिंचाई करें और जैविक खाद का उपयोग करें. जब बाजरा की बालियां पक जाएं, तब फसल को काटा जाता है. बाजार में मुनाफे के अवसर बाजरा से बने उत्पाद जैसे आटा, दलिया, और बाजरा आधारित स्नैक्स की मांग शहरी बाजारों में तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में किसान प्रसंस्करण इकाइयों में भी निवेश कर सकते हैं. जिससे उनकी आमदनी कई गुना बढ़ सकती है. उप कृषि निदेशक श्री शैलेंद्र कुमार ने बताया कि बाजरा की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प साबित हो रही है. जिसमें कम लागत और बेहतर मुनाफे की संभावनाएं हैं. सरकार ने भी मोटे अनाज जैसे बाजरा, ज्वार और रागी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाया है. यह कदम धान और गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों के मुकाबले मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 09:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed