धान की रोपाई से पहले खेत में डाल दें ये जैविक उत्पाद मिट्टी में फूंक देगा जान
धान की रोपाई से पहले खेत में डाल दें ये जैविक उत्पाद मिट्टी में फूंक देगा जान
डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि खेतों में एजोटोबेक्टर को डालने से फसल की यूरिया पर निर्भरता कम हो जाएगी.एजोटोबेक्टर वायुमंडल में मौजूद नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करके पौधों को ग्रहण करने में मदद करता है. जिससे पौधे तेजी से ग्रो करते हैं.
शाहजहांपुर: जून के महीने में हालांकि यूपी में मानसून का आगमन नहीं हुआ है लेकिन खरीफ की फसल धान की रोपाई हो रही है. धान की फसल में नाइट्रोजन का इस्तेमाल भारी मात्रा में किया जाता है. नाइट्रोजन की कमी पूरी करने के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान द्वारा ने एक जैविक उत्पाद तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल करने से नाइट्रोजन की निर्भरता कम की जा सकती है. शोध परिषद के वैज्ञानिकों का कहना है कि उनके द्वारा एजोटोबेक्टर नाम का जैविक उत्पाद तैयार किया गया है. जिसका इस्तेमाल मिट्टी में करने से वायुमंडल में मौजूद नाइट्रोजन को पौधे आसानी से ग्रहण कर सकेंगे.
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि खेतों में एजोटोबेक्टर को डालने से फसल की यूरिया पर निर्भरता कम हो जाएगी. उन्होंने बताया कि वायुमंडल में करीब 78% नाइट्रोजन मौजूद है. एजोटोबेक्टर वायुमंडल में मौजूद नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करके पौधों को ग्रहण करने में मदद करता है. जिससे पौधे तेजी से ग्रो करते हैं और किसान को अलग से नाइट्रोजन का छिड़काव नहीं करना पड़ता.
कैसे करें एजोटोबेक्टर का इस्तेमाल?
डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि धान की फसल की रोपाई करने से पहले जब अंतिम जुताई की जाती है. उस वक्त एजोटोबेक्टर को सड़ी हुई गोबर की खाद या फिर मिट्टी में मिलाकर खेत में छिड़काव कर देना चाहिए और फिर खेत को जोत कर उस पर पाटा लगाकर धान की रोपाई के लिए तैयार कर लिया जाता है. एजोटोबेक्टर 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खेत में डाला जाएगा. इस दौरान सावधानी यह रखनी है कि एजोटोबेक्टर के साथ किसी भी रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं करना है.
एजोटोबेक्टर कहां से लें किसान?
डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि अगर कोई भी किसान एजोटोबेक्टर खरीदना चाहता है तो वह उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर आकर अपने खेत के रकबे की जानकारी देकर एजोटोबेक्टर खरीद सकता है. एजोटोबेक्टर की कीमत 50 रूपए प्रति किलो निर्धारित की गई है.
Tags: Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 15:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed