किसान इस तरीके से करें केले की खेती बंपर होगा उत्पादन लाखों में होगी कमाई

केले की खेती में चीनी चंपा G9 जैसी अलग-अलग वैरायटी के पौधे उपलब्ध होते हैं. इन पौधों की वैरायटी में सबसे ज्यादा पैदावार की संभावनाएं रहती हैं. केले की खेती करने वाले किसानों को हमेशा 1.8 मीटर की दूरी पर ही पौधों को लगाना चाहिए.

किसान इस तरीके से करें केले की खेती बंपर होगा उत्पादन लाखों में होगी कमाई
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: परंपरागत खेती किसानी के साथ आप बागवानी वाली  खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. केले की खेती में यदि आपअच्छी पैदावार चाहते हैं, तो खेती करने से पहले आपको कुछ खास टिप्स जनने होंगे. यानी केले की फसल किस माह में तैयार करें और किस विधि से तैयार करें. इस विधि के बगैर यदि आप  खेती करते हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है. उद्यान विभाग की तरफ से खेती करने के लिए किसानों को समय-समय पर जागरूक किया जाता है. शुरू हुआ है पंजीकरण यह है फसल तैयार करने का सही समय वैसे तो उद्यान विभाग समय समय पर फल फूल सब्जियों के लिए किसानों को अनुदान देता है. लेकिन वर्तमान समय में केले की खेती के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है. और किसान पंजीकरण का लाभ ले सकते हैं. केले की खेती एक ऐसी खेती है, जिसको कम समय में तैयार कर मुनाफा कमाया जा सकता है. अमेठी जिले की बात करें, तो अलग-अलग गांव में करीब 50 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर केले की खेती किसान कर रहे हैं और उससे लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. विभाग के एक्सपर्ट के मुताबिक केले की खेती का सही समय जुलाई माह के प्रथम सप्ताह से अगस्त माह में 15 अगस्त तक है. इस समय में यदि किसान खेती करें, तो उनको ज्यादा मुनाफा होने की संभावना रहती है. अलग-अलग वैरायटी के पौधे हैं उपलब्ध केले की खेती में चीनी चंपा G9 जैसी अलग-अलग वैरायटी के पौधे उपलब्ध होते हैं. इन पौधों की वैरायटी में सबसे ज्यादा पैदावार की संभावनाएं रहती हैं. केले की खेती करने वाले किसानों को हमेशा 1.8 मीटर की दूरी पर ही पौधों को लगाना चाहिए. बरसात से पहले पौधे यदि तैयार हो जाते हैं, तो रोग की संभावनाएं कम होती है. यह सभी वैरायटी में उद्यान विभाग की तरफ से किसानों को अनुदान पर उपलब्ध कराए जाते हैं. किसानों के लिए फायदेमंद है खेती उद्यान विभाग के एक्सपर्ट संजय कुमार ने बताया कि केले की खेती में रासायनिक खादों के प्रयोग के बजाय गोबर की खाद और केंचुए की खाद सर्वोत्तम मानी जाती है. गोबर की खाद और केचुएं की खाद का प्रयोग कर किसान मुनाफा कमा सकते हैं. किसानों को खेती में अनुदान भी दिया जा रहा है. 30 हजार 738 रुपए प्रति हेक्टेयर का अनुदान विभाग की तरफ से केले की खेती में दिया जाता है. पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसान इसका लाभ ले सकते हैं. Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed