नीलगाय से पौधों को बचाने के लिए किसान ने निकाली निंजा टेक्निक
नीलगाय से पौधों को बचाने के लिए किसान ने निकाली निंजा टेक्निक
नीलगाय से खेत में लगे पौधों को नीलगाय से बचने के लिए किसान ने निंजा तकनीक निकाली है. किसान की यह तकनीक बेहद ही किफायती और सफल है. किसान का दावा है कि इस तकनीक को अपनाने के बाद नीलगाय पौधों को नहीं खा सकता.
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : अगर आप बागवानी करते हैं और आप जंगली जानवरों से परेशान है तो यह खबर आपके लिए बेहद ही काम की साबित हो सकती है. क्योंकि शाहजहांपुर के एक किसान ने पौधों को नीलगाय से बचाने के लिए एक निंजा टेक्निक निकाली है. खास बात यह है कि किसान बिना कोई पैसा खर्च किए अपने पौधों को सुरक्षित कर सकते हैं. अब किसानों को ना ही ट्री गार्ड बनाने की जरूरत है. और खेत किनारे फेंसिंग करने की भी कोई आवश्यकता नहीं.
शाहजहांपुर के विकासखंड क्षेत्र खुदागंज के रहने वाले किसान लाल बहादुर जो पिछले कई सालों से बागवानी करते हैं. लाल बहादुर ने बताया कि वह नीलगाय की वजह से बेहद परेशान थे. वह अपने बाग में पौधे लगाते थे. जिन्हें नीलगाय खा जाया करते थे. कई बार तो ट्री गार्ड तोड़कर भी नीलगाय ने पौधों को नष्ट कर दिया. इसके बाद लाल बहादुर ने एक नई तकनीक इजाद की. इस तकनीक से उनके पौधे सुरक्षित हैं.
बस पेड़ के पास करें ये काम
लाल बहादुर ने बताया कि उन्होंने पौधे लगाने के बाद उनकी जड़ से चारों ओर एक-एक मीटर जगह छोड़ने के बाद 2 फीट चौड़ा और करीब दो फीट गहरा गड्ढा बना दिया. गड्ढे से निकली हुई मिट्टी पेड़ के चारों ओर मेड़ का आकार देकर छोड़ दी. यह ट्रिक अपनाने से अब नीलगाय उनके खेत में नहीं आते हैं और उनके पौधे सुरक्षित रहते हैं. खास बात यह है कि इस तकनीक को अपनाने में किसी तरह का कोई खर्च नहीं आता. किसान खुद ही फावड़े से गड्ढा बना सकते हैं.
इस कारण नीलगाय नही खा पाएगा पेड़
लाल बहादुर का कहना है कि नीलगाय जब पेड़ को खाने के लिए आगे बढ़ता है. तो उसके अगले पैर 2 फीट गहरे गड्ढे में चले जाते हैं. पेड़ की ऊंचाई नीलगाय के शरीर से ज्यादा हो जाती है. ऐसे में नीलगाय गर्दन ऊपर उठाकर पेड़ को नहीं खा सकता. क्योंकि नीलगाय की गर्दन धड़ से ऊपर की ओर नहीं मुड़ती. ऐसे में पौधा सुरक्षित रहता है.
.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 18:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed