किसान ऐसे करें पान की खेती बंपर होगी पैदावार बन जाएंगे मालामाल सरकार भी दे
किसान ऐसे करें पान की खेती बंपर होगी पैदावार बन जाएंगे मालामाल सरकार भी दे
पान की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार 50 हजार रुपए का आर्थिक अनुदान भी देती है.पान की खेती करने वाले किसान अनुदान के जिला उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं.
सौरभ वर्मा/रायबरेली: पान खाने के साथ ही इसका उपयोग विभिन्न मांगलिक कार्यों में किया जाता है.औषधीय गुणों से भरपूर पान का हमारे जीवन में बड़ा ही महत्व है. हमारे भारत देश में पान की खेती किसान बड़े लंबे समय से करते आ रहे हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से पान की खेती की जाती है. पान की खेती करने वाले किसान अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. लेकिन इसमें नुकसान होने का खतरा उन्हें ज्यादा रहता है. इसीलिए पान की खेती करने वाले किसानों को उद्यान निरीक्षक की सलाह जानना बेहद जरूरी है. तो आइए उद्यान निरीक्षक से जानते हैं पान की खेती करने लिए जरूरी बातें क्या हैं, जिन्हें अपनाकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
रायबरेली जिले के उद्यान निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि पान की खेती करने वाले किसान उस खेत का चयन करें. जहां पर नमी बराबर बनी रहे. जिससे उन्हें ज्यादा सिंचाई करने की जरूरत ना पड़े. अत्यधिक ठंड पड़ने पर पान बरेजा के ऊपर छावनी बना दें. जिससे तापमान में गर्माहट बनी रहे. ठंड के दिनों में हल्की-हल्की सिंचाई करें, जिससे पान की बेल व पत्ता खराब नहीं होगा.
ऐसे तैयार करें खेत
वह बताते हैं कि पान की खेती के लिए किसान सबसे पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करके उसे कुछ समय के लिए खुला छोड़ दें .जिससे खेत में मौजूद फसलों के अवशेष नष्ट हो जाए. साथ ही बरेजा बनाने से पहले एक बार फिर खेत की जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बना दें. साथ ही मिट्टी का उपचार करने के लिए सड़ी हुई गोबर की खाद में ट्राइकोडर्मा मिला दें .उसका मिश्रण तैयार करने के बाद खेत में छिड़काव कर दें. जिससे खेत की मिट्टी उपचारित हो जाएगी .ऐसा करने से पान की फसल में फाइटो थोरा फुट रूट की समस्या नहीं होगी.
ऐसे बनाएं बरेजा
बरेजा निर्माण के लिए किसान बांस , पुवाल , का इस्तेमाल करें .बांस को पंक्तिवार जमीन में रोप दें .उसके बाद छप्पर बनाकर चारों ओर से ढक दें परंतु यह ध्यान रहे की बांस से बांस की दूरी 50 सेमी होनी चाहिए.उसके बाद इसमें पान की रोपाई भी पंक्तिवार करें. रोपाई करते समय ध्यान रखें की पंक्ति से पंक्ति के बीच की दूरी 30 सेमी हो.वह बताते हैं कि खरीफ के सीजन में पान की रोपाई अगस्त के तीसरे सप्ताह में की जाती है. पान के पौधे की रोपाई के तीन से चार दिन बाद दो से ढाई घंटे के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए .बारिश के मौसम में हल्की सिंचाई करें.
सरकार भी देती है अनुदान
LOCAL 18 से बात करते हुए उद्यान निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि पान की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार 50 हजार रुपए का आर्थिक अनुदान भी देती है. पान की खेती करने वाले किसान अनुदान के जिला उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 21, 2024, 12:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed