रंग काला दाम हजारों में गाजर की ये वैरायटी किसानों को बना देगी मालामाल
रंग काला दाम हजारों में गाजर की ये वैरायटी किसानों को बना देगी मालामाल
Black Carrot Farming: कृषि वैज्ञानिक डॉ.बी. गंगवार ने कहा कि काले रंग का गाजर जंगली है. इसकी खेती करने में कम से कम एक साल का समय लगता है. जिस खेत में जल निकासी का उचित प्रबंध हो, वहां किसान यह खेती कर सकते हैं. इसकी सबसे अच्छी वैरायटी पूसा कृष्णा है.
शाश्वत सिंह /झांसी: अक्सर लोगों ने लाल रंग की गाजर को देखा होगा. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि काले रंग का गाजर (Black Carrot) कहीं अधिक स्वादिष्ट और फायदेमंद होती है. काले गाजर की खेती करने वाले किसान को भी बहुत फायदा होता है. झांसी और आसपास के जिलों में किसान इसकी खेती करके फायदा कमा सकते हैं. इसकी खेती करना बेहद आसान है. रबी के सीजन में इसकी खेती करनी चाहिए.
कृषि वैज्ञानिक डॉ.बी. गंगवार ने कहा कि काले रंग का गाजर जंगली है. इसकी खेती करने में कम से कम एक साल का समय लगता है. जिस खेत में जल निकासी का उचित प्रबंध हो, वहां किसान यह खेती कर सकते हैं. इसकी सबसे अच्छी वैरायटी पूसा कृष्णा है. इसकी खेती अगस्त से सितंबर महीने में की जा सकती है. 3-4 महीने में फसल तैयार हो जाती है.
कई गुणों से भरपूर है काली गाजर
डॉ. गंगवार ने बताया कि काली गाजर में विटामिन ए, बी, सी तथा ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके साथ ही आयरन, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस जैसे तत्व भी काली गाजर में पाए जाते हैं. इम्युनिटी बूस्ट करने के साथ ही यह डायबिटीज, हाई शुगर लेवल और आंखों की बीमारी को ठीक करने भी मदद करता है. काले गाजर में फाइटोकेमिकल्स जैसे तत्व भी पाए जाते हैं. रोजाना इसके सेवन से आपको कभी कैंसर का खतरा नहीं रहेगा. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काली गाजर को रोज खाना चाहिए. इससे सब्जी, अचार, मुरब्बा, सलाद, जूस, हलवा या अन्य मीठे व्यंजन बनाए जाते हैं. इसको कच्चा भी खाया जा सकता है.
बाजार में मिलती है अच्छी कीमत
डॉ. गंगवार ने कहा कि काली गाजर की खेती करने वाले किसान मालामाल हो सकते हैं. इसकी खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता है. लेकिन, जब इसे बेचने जाएंगे तो बहुत अच्छा दाम मिलेगा. बाजार में काली गाजर 1500 से 2000 रुपये किलो तक बिकती है. बाजार में इसकी बहुत मांग है. इससे किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं.
Tags: Agricultural Science, Agriculture, Farmer story, Jhansi news, Kisan, Local18FIRST PUBLISHED : June 7, 2024, 16:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed