इस खेती से मालामाल बन गया किसान बंपर हो रही पैदावार लाखों में कमा रहा मुनाफा
इस खेती से मालामाल बन गया किसान बंपर हो रही पैदावार लाखों में कमा रहा मुनाफा
लोकल 18 से बातचीत में बृजेंद्र मणि मिश्रा ने बताया कि यह खेती फायदेमंद खेती है. धान गेहूं की अपेक्षा इसमें अधिक फायदा है. धान गेहूं में बार-बार मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन केले की खेती में अगर एक बार मेहनत कर दिया जाए, तो फसल की पैदावार अच्छी होती है और मुनाफा होता है.
आदित्य कृष्ण /अमेठी: धान गेहूं की अपेक्षा केले की खेती में किसानों को फायदा हो रहा है. अमेठी जिले में एक किसान ने केले की खेती में अच्छा खासा मुनाफा कमा लिया. वह जैविक विधि से केले की खेती करते हैं, जिससे उन्हें फायदा हो रहा है. किसान ने बताया कि केले की खेती फायदेमंद खेती है और सब्जियों और धान गेहूं की अपेक्षा दो से तीन गुना फायदा इस खेती में होता है. उन्होंने कहा कि वह करीब 2 साल से इस केले की खेती कर रहे हैं और उन्हें फायदा हो रहा है.
किसान बृजेंद्र मणी अमेठी जिले के संग्रामपुर ब्लॉक के रहने वाले हैं. वह करीब एमए तक पढ़े- लिखे हैं. किसान बृजेंद्र मणि ने 2022 से केले की खेती शुरू की और 2 साल में अब तक वह अच्छा खासा मुनाफा कमा चुके हैं. आपको बता दें कि पहले वह छोटे पैमाने पर केले की खेती करते थे, फिर वह इसी केले की खेती को बढ़ा लिए और आज वह करीब 5 बीघे से अधिक केले की खेती कर रहे हैं.
उद्यान विभाग देता है सहयोग
आपको बता दें कि केले की खेती में किसान बृजेंद्र मणि को उद्यान विभाग सहयोग देता है. उद्यान विभाग की तरफ से अनुदान किसानों को दिया जाता है और उन्हें भी यह अनुदान मिल रहा है.
1 बीघे में 1 लाख की कमाई
लोकल 18 से बातचीत में बृजेंद्र मणि मिश्रा ने बताया कि यह खेती फायदेमंद खेती है. धान गेहूं की अपेक्षा इसमें अधिक फायदा है. धान गेहूं में बार-बार मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन केले की खेती में अगर एक बार मेहनत कर दिया जाए, तो फसल की पैदावार अच्छी होती है और मुनाफा होता है. उन्होंने कहा कि पिछली बार हमने जब केले की खेती की तो हमें एक बीघे में 80 हजार रुपए का मुनाफा हुआ और इस बार भी हमारी फसल और अच्छी है और हमें फायदा होगा उन्होंने कहा कि इसकी लागत 20 से 30 हजार रुपए आती है और फसल की पैदावार अच्छी होने पर 1 लाख रुपए तक कमाया जा सकता है. यह बहुत ही अच्छी खेती है, फायदा हो रहा है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 15:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed