बोटाद कॉटन यार्ड में किसानों पर खुशियों की बारिश कपास की रिकॉर्ड बिक्री!

Botad Cotton Yard Record: बोटाद हडड सब कॉटन यार्ड में 26 अक्टूबर को 1,25,000 मांड कपास लाए गए. किसान खुशी-खुशी अपने कपास लेकर आए, जहां उन्हें 1200 से 1600 रुपये प्रति मांड मिल रहे हैं.

बोटाद कॉटन यार्ड में किसानों पर खुशियों की बारिश कपास की रिकॉर्ड बिक्री!
बोटाद: गुजरात का बोटाद हडड सब कॉटन यार्ड, सौराष्ट्र में सबसे ज़्यादा आय अर्जित करने वाला, आज एक बेमिसाल कपास उपज का गवाह बना. यहां 1,25,000 मांड कपास लाए गए और पूरा यार्ड वाहनों से भरा हुआ था. जब यार्ड में एक सफेद चादर बिछाई गई, तो ये नज़ारा देखने लायक था. बता दें कि बोटाद हडड कॉटन सबयार्ड, जिसे सौराष्ट्र का कपास हब माना जाता है, ने आज रिकॉर्ड तोड़ कपास की आय दर्ज की है, जो 1 लाख 25 हजार मांड है. बोटाद जिले समेत अन्य क्षेत्रों से आए किसानों की लंबी कतारें थीं, जो लगभग दो हजार वाहनों में कपास लेकर आए थे. यार्ड में सफेद कपास की चादरें बिछी हुई थीं. किसानों को नए कपास के लिए 1200 से 1600 रुपये मिल रहे हैं. किसानों की खुशी भी इस बात को लेकर है. किसान की पहली पसंद बोटाद का सब हडड कॉटन यार्ड बोटाद मार्केटिंग यार्ड में नीलामी के बाद किसानों को कपास के लिए नकद मिलता है. इसी कारण से, किसानों की पहली पसंद बोटाद का सब हडड कॉटन यार्ड है क्योंकि किसानों को फिर से धक्का नहीं देना पड़ता और उन्हें अपनी कपास की आय से आसानी से पैसा मिल जाता है. इसके लिए किसान इस यार्ड के कर्मचारियों के प्रति आभार भी व्यक्त करते हैं और वे मार्केटिंग यार्ड की व्यवस्था से संतुष्ट हैं. गुजरात के इस किसान की गजब तरकीब! सिर्फ एक गड्ढे से कमाए लाखों, जानिए क्या है प्लान कपास की सबसे अधिक इनकम को लेकर बोटाद मार्केटिंग यार्ड के अध्यक्ष मनहरभाई मातरिया ने कहा कि आज बोटाद मार्केटिंग यार्ड में कपास की सबसे अधिक इनकम हुई है. किसानों को कपास की नीलामी के बाद नकद मिलता है, जिसके लिए किसानों की पहली पसंद बोटाद मार्केटिंग यार्ड है. हमारे कर्मचारी और प्रशासन विशेष सतर्कता रखते हैं ताकि कपास बेचने आए किसानों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े. Tags: Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 11:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed