रोपाई के 3 दिन बाद करें इस दवा का छिड़कावनहीं तो बर्बाद हो जाएगी धान की फसल

सहायक विकास अधिकारी कृषि दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि धान की फसल में कई तरह के रोग ,कीट एवं खरपतवार लगने का खतरा रहता है. जिनमें से मोथा भी एक प्रकार का खरपतवार है. यह फसल के विकास में बाधक होता है.

रोपाई के 3 दिन बाद करें इस दवा का छिड़कावनहीं तो बर्बाद हो जाएगी धान की फसल
रायबरेली : जुलाई का महीना लगभग आधा बीत गया है. कई राज्यों में धान की रोपाई हो गई है या अगले 10 दिनों में पूरी हो जाएगी. किसान धान की फसल रोपाई में लगे हुए हैं. परंतु धान की रोपाई के बाद फसल में कई तरह के खरपतवार का खतरा बना रहता है. जिससे फसल खराब होती है. फसल खराब होने पर इसकी पैदावार भी घटती है .जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. धान की फसल में लगने वाले प्रमुख खरपतवार में मोथा भी है. यह खरपतवार फसल के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है. यह एक ऐसा खरपतवार है जो फसल को पूरी तरीके से बर्बाद कर देता है. तो आइए कृषि विशेषज्ञ से जानते हैं धान की फसल में होने वाले खरपतवार मोथा और इससे नियंत्रण के क्या उपाय हैं? कृषि के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र के सहायक विकास अधिकारी कृषि दिलीप कुमार सोनी (बीएससी एजी) बताते हैं कि धान की फसल में कई तरह के रोग ,कीट एवं खरपतवार लगने का खतरा रहता है. जिनमें से मोथा भी एक प्रकार का खरपतवार है. यह फसल के विकास में बाधक होता है .इसीलिए किसान सही समय पर इसका नियंत्रण करने के लिए कीटनाशक का प्रयोग करें .जिससे उनकी फसल का सही से विकास हो और उनकी पैदावार भी अच्छी हो सके. मोथा की पहचान दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि मोथा दिखाने में हरे रंग का होता है. इसकी पत्तियां तिकोनी होती हैं. और इसकी जड़े जमीन में काफी गहराई तक होती हैं. यह पत्तियां बड़ी होने पर सख्त हो जाती है. जो सूखने पर भूरे रंग का दिखाई देता है. ऐसे करें बचाव दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि यह खरपतवार फसल रोपाई के साथ के खेत में उग जाता है. इससे बचाव के लिए किसान धान की फसल की दो बार निराई करें साथ ही कीटनाशक का छिड़काव करें. आगे की जानकारी देते हुए बताते हैं कि मोथा से अपनी फसल को बचाने के लिए किसान पेंडीमेथलीन 30 ई.सी, ब्यूटी फ्लोर 50% ईसी, प्रोटीन फ्लोर ऑक्सीफ्लोरफेन, पाइराजोसल्फ्यूरान इथाईल डब्ल्यू पी का छिड़काव करके अपनी फसल को बचा सकते हैं. किसान इस खरपतवार से अपनी फसल के बचाव के लिए फसल रोपाई के 2 से 3 दिन बाद कृषि विशेषज्ञ की सलाह पर इन दवाओं का छिड़काव कर के अपनी फसल को मोथा से बचा सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Rae Bareli News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 17:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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