अंजू प्रजापति/रामपुर. उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित रामपुर अपने ऐतिहासिक इमारत, गौरवशाली अतीत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात है. यह शहर नवाबों की राजधानी के रूप में अपने शाही इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है, जिसकी झलक यहां के गली मोहल्लों, बागों और शाही इमारतों में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है.
रामपुर रियासत के नवाब कल्वे अली खान का अपना भव्य मनोरंजक समर पैलेस था. इस महल को सुंदर पुष्प आकृतियां, सुंदर मेहराब, हवादार मंडप, पूल, फव्वारे और फलों के पेड़ों के साथ”चांदनी आनंद उद्या\=” के रूप में बनाया गया था. इस महल के स्तंभ जटिल नक्काशीदार है.
ग्रीष्मकालीन महल
इंडियन नेशनल ट्रस्ट फ़ॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज (इंटेक) रुहेलखंड चैप्टर के सह-संयोजक काशिफ खान के मुताबिक रामपुर रियासत में नवाब कल्वे अली खान ने अपने नवाबी राज में कई भव्य इमारतें बनवाई इन्हीं में एक उनका अपना ग्रीष्मकालीन महल था. ये खुसरों बाग के नाम से प्रचलित है. जिसका निर्माण 1855 में 30 एकड़ जमीन करवाया गया था. इस इमारत को भव्य रूप देने के लिए इंडो-यूरोपीय वास्तुकला आधार पर बनाया गया था.
महल के चारों तरफ कई प्रजातियों के बाग
गर्मियों के दिनों में नवाब खानदान खुसरो बाग में रहा करता था अब यहां राजकीय रजा डिग्री कॉलेज बना है. ग्रीष्मकालीन महल के चारो तरफ कई प्रजातियों के बाग लगाएं गए थे इस भवन के निर्माण में लखोरी चुन वाली छोटी ईंटे प्रयोग की गई थी. साथ ही इस महल को चारों तरफ से ठंडा रखने के लिए खुसरो बाग से कोठी बेनजीर तक ठंडी सड़क का सौंदर्यीकरण हुआ. सड़क के दोनों ओर छायादार पेड़ पौधे लगवाए गए. नवाब साहब गर्मी के दिनों में सपरिवार इसमें रहते थे. तब इस महल की देखरेख पर विशेष ध्यान दिया जाता.
Tags: Local18, Rampur newsFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 14:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed